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MP Barwani मंत्री के आवास व आरएसएस जिला कार्यालय के समीप चुनाव का बहिष्कार के बैनर - आरएसएस कार्यालय के समीप चुनाव बहिष्कार

बड़वानी जिले में 2 नगरपालिका और 5 नगरपरिषद के लिए नगरीय निकाय चुनाव का प्रचार प्रसार चल रहा है. 20 जनवरी को मतदान होना है, लेकिन मतदाता मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं. इसी क्रम में बड़वानी शहर के वार्ड 10 के रहवासियों ने बाकायदा बैनर पोस्टर लगा कर चुनाव का बहिष्कार का फैसला किया है.

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मंत्री के आवास के समीप चुनाव का बहिष्कार के बैनर

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Published : Jan 17, 2023, 3:32 PM IST

बड़वानी।कहने को तो वार्ड क्रमांक 10 भाजपा विधायक व पशुपालन मंत्री के निवास से महज कुछ कदमों की दूरी पर है, लेकिन नगरपालिका कांग्रेस की होने से राशि के अभाव में विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं. आदिनाथ जिनिंग परिसर में विगत 15 वर्षों से ऊबड़खाबड़ सड़क व टूटे फूटे ड्रेनेज लाइन से रहवासी परेशान हैं. कॉलोनी के अध्यक्ष मन्नालाल पगारे बताते है कि कई बार नगरपालिका, कलेक्टर और सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है. इसलिए परिसर के लोग किसी प्रत्याशी के लिए मतदान नही करेंगे.

15 साल से मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष :जो वार्ड इतनी समस्याओं के पास जूझ रहा है उसमें वह संघ का जिला कार्यालय भी आते है. आदिनाथ जिनिंग परिसर में भाजपा के पूर्व मंडी अध्यक्ष का भी निवास है. यहां प्रतिदिन कई जनप्रतिनिधियों के अलावा संगठन मंत्री व अधिकारियों का आना-जाना होता है लेकिन इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं देता है. विगत 15 वर्षों से इस परिसर में लोग मूलभूत सुविधाओं की कमी से त्रस्त हैं. जबकि मंत्री प्रेमसिंह पटेल का निवास भी परिसर से चंद कदमों के फासले पर है. लोगों का कहना है कि इतने वीवीआईपी के बाद भी यहां की समस्याओं पर किसी का ध्यान नहीं है.

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किसे सुनाएं फरियाद :बताया जाता है कि नगरपालिका पर कांग्रेस का कब्जा होने के कारण सरकार से यहां राशि जारी नहीं की जा रही. राशि के अभाव में यहां सड़क के भूमिपूजन के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नही हो पाया. अधूरी पड़ी सीवरेज लाइन के कारण भी यहा विकास कार्य अवरुद्ध हैं. इस मामले को लेकर रहवासी हर जगह फरियाद सुना चुके हैं. लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इसी से नाराज होकर मतदाता अब चुनाव का बहिष्कार करने को तैयार बैठे हैं. लोगों का कहना है कि वे अपनी समस्याओं को लेकर कहां और कसके पास जाएं.

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