बड़वानी। कोविड के विशेष परिस्थितियों के चलते राज्य शासन की उदार अनुकंपा नियुक्ति यानी आश्रित को नौकरी (Anukampa Niyukti) का लाभ मिलना शुरू हो गया है. इसके तहत एक बहु को इसका लाभ मिला है. यह प्रदेश का पहला मामला है, जहां कोविड-19 की परिस्थतियों के मद्देनजर कम समय में ही एक बहु की अनुकंपा नियुक्ति हुई है.
बहू को मिली अनुकंपा नियुक्ति
दरअसल, भागीरथ यादव सहायक के पद पर आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था मर्यादित में पदस्थ थे. जिनका कोविड संक्रमण के कारण 11 अप्रैल 2021 को देहांत हो गया था. साथ ही इनकी पत्नि किरण यादव का देहांत 17 अप्रैल 2021 और पुत्र प्रमोद यादव का भी देहांत 8 अप्रैल 2021 को हो गया था. जिसके कारण इस परिवार में बहु शर्मिला यादव और उनके दो पुत्र 6 वर्षीय शिवांस और 2 वर्षीय शिवाय ही बचे थे. परिवार की इस विशेष परिस्थिति के मददेनजर बहु शर्मिला यादव ने अनुकंपा नियुक्ति का आवेदन संचालक मण्डल को सौंपा था.
Covid-19 Anukampa Niyukti: पूरे होते वादे! बहु को मिली ससुर के स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति - Barwani news
कोविड-19 के तहत विपरीत परिस्थितियों में हुई मौत के बाद अब प्रदेश में घोषणाओं का असर दिखने लगा है. ऐसे में कोविड-19 के विशेष परिस्थितियों के चलते राज्य शासन की उदार अनुकंपा नियुक्ति (Anukampa Niyukti) का लाभ मिलना शुरू हो गया है. पहले मामले के तहत एक बहु को इसका लाभ मिला है.
कोरोना से जान गंवाने वालों के परिवार के लिए 'अनुकंपा' में उम्र का बंधन नहीं: सारंग
प्रदेश में दिखा घोषणाओं का असर
बता दें कि अनुकंपा नियुक्ति में पत्नि/पुत्र/अविवाहित पुत्री ही विशेष परिस्थितियों में सम्मिलित हो सकते हैं. कलेक्टर ने इस मामले को विशेष प्रकरण मानकर अपनी अनुशंसा सहित आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं को प्रेषित किया था. जहां से इस मामले में बहु को अनुकंपा नियुक्ति ((Anukampa Niyukti)) प्रदान करने की सहमति प्राप्त हुई है. कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने सहायक आयुक्त सहकारी संस्थाऐं सुरेश सावले को इस प्रकरण में बहु शर्मिला यादव को अविलम्ब अनुकंपा नियुक्ति पत्र प्रदान करने के निर्देश दिये हैं. दरअसल, प्रदेश सरकार की कोविड-19 के तहत विपरीत परिस्थितियों में हुई मौत के बाद अब घोषणाओं का असर दिखने लगा है.