बड़वानी। बीजेपी में मंडल अध्यक्ष के चुनाव परिणामों के बाद जिले में गतिरोध देखने को मिल रहा है. जैसे ही बीजेपी के भवती ग्रामीण मंडल में अध्यक्ष के नाम पर पार्टी की चयन समिति ने मुहर लगाई, कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध कर दिया और इस्तीफे की पेशकश कर दी. बीजेपी के पूर्व पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि ग्रामीण स्तर पर बनी समिति ने मंडल अध्यक्ष के लिए जो नाम प्रस्तावित किए थे, उनमें सबसे कम वोट पाने वालों को अध्यक्ष बना दिया गया.
बीजेपी के मंडल अध्यक्षों के नाम की घोषणा होते ही विरोध, पदाधिकारियों ने दिए इस्तीफे
बड़वानी में बीजेपी के ग्रामीण मंडलों में अध्यक्ष के चयन के चलते स्थानीय पदाधिकारियों में असंतोष है. जिसकी वजह से पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा देना शुरू कर दिया है.
बता दें कि 16 नवंबर को ग्रामीण क्षेत्रों में बीजेपी के स्थानीय संगठन में मंडल अध्यक्ष का चुनाव किया गया था. बताया जा रहा है कि भवती मंडल में 40 ग्रामीण समितियां हैं, जिनमें से 30 समितियों ने चुनावी प्रक्रिया में भाग लिया था. इन समितियों ने मंडल अध्यक्ष के लिए खड़े तीन उम्मीदवारों को वोट किया. जिसमें चयन समिति ने उस उम्मीदवार को मंडल अध्यक्ष बना दिया, जिसके नाम पर समितियों ने जीरो वोट किया था.
इसके अलावा बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिसे ग्रामीण क्षेत्र में मंडल अध्यक्ष बनाया गया है, वह शहर का रहने वाला है और उसका गांव से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है. बीजेपी के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने इस फैसले पर असहमति जताते हुए सामूहिक तौर पर इस्तीफा देना शुरू कर दिया है.