बालाघाट। कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया है. सभी लोग अपने घरों में कैद हैं. ऐसी भयावह स्थिति में बालाघाट जिले के परसवाड़ा के ग्रामीण अंचलों में पेयजल की व्यवस्था न होने से लोग परेशान हैं. प्रशासन ने ग्रामीण अंचलों में नल-जल योजना लागू कर पेयजल को हर घर तक पहुंचाना लक्ष्य निर्धारित किया है. लेकिन जिले के चांगोटोला क्षेत्र स्थित रियान वाटर फिल्टर प्लांट देवसर्रा के ग्रामीणों को पिछले 6 माह से सही ढंग से पानी की सप्लाई भी नहीं की जा रही है. जिससे यहां के लोग बेहद परेशान हैं.
दरअसल,परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के चांगोटोला स्थित रियान वाटर फिल्टर प्लांट देवसर्रा में नल जल योजना के तहत क्षेत्र के दर्जनों ग्रामों में पेयजल का घर-घर पहुंचाना लक्ष्य निर्धारित किया गया है. लेकिन नल जल योजना के अधिकारी-कर्मचारियों की लापरवाही से ग्रामीणों को सही मात्रा में पेयजल की सुविधा नहीं मिल रही है. महज खाना पूर्ति के लिए पानी का वितरण किया जा रहा है. जिससे ग्रामीणों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है.
कोरोना काल के बीच अब 'जलसंकट', बालाघाट के इन क्षेत्रों में पानी के लिए त्राहिमाम - water scheme closed
बालाघाट जिले के परसवाड़ा के ग्रामीण अंचलों में पेयजल की व्यवस्था न होने से लोग परेशान हैं. प्रशासन ने ग्रामीण अंचलों में नल जल योजना लागू कर पेयजल को हर घर तक पहुंचाना लक्ष्य निर्धारित किया है. लेकिन जिले के चांगोटोला क्षेत्र स्थित रियान वाटर फिल्टर प्लांट देवसर्रा के ग्रामीणों को पिछले 6 महीने से ठीक से पानी सप्लाई नहीं कर रहा है.
![कोरोना काल के बीच अब 'जलसंकट', बालाघाट के इन क्षेत्रों में पानी के लिए त्राहिमाम Rural heat of Changotola area of Balaghat district upset due to water problem in scorching heat](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-7098417-722-7098417-1588856002328.jpg)
ग्रामीणों ने बताया कि नल-जल योजना के तहत घर-घर नल लगाकर ग्रामीणों को पानी देना है, लेकिन संकट की इस घड़ी में हमें पिछले 6 महीने पहले से पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है. 5 से 10 मिनट के लिए रियान वाटर फिल्टर प्लांट देवसर्रा द्वारा पानी वितरण किया जाता है. उसके बाद बंद कर दिया जाता है. जिससे दिन भर के उपयोग के लिए भी पानी नहीं भर पाते है. इस समस्या को लेकर वाटर प्लांट के इंचार्ज एवं अधिकारी कर्मचारियों को कई बार अवगत कराया गया है. लेकिन आज तक पेयजल जैसी गंभीर परेशानी से उन्हें निजात नहीं मिली है.
ग्रामीणों का आरोप है कि उनकी परेशानी को लेकर जब नल जल योजना के कर्मचारियों को अवगत कराया जाता है तो उनके द्वारा ग्रामीणों पर दबाव बनाया जाता है की आप कहीं भी शिकायत करेंगे तो आपके घर का नल कनेक्शन काट दिया जाएगा. आपको इस योजना से हमेशा के लिए वंचित कर दिया जाएगा. ग्राम पंचायत बटुआ के सरपंच पति ने बताया कि नल जल योजना द्वारा मात्र 5 से 10 मिनट के लिए पानी दिया जाता है. जिसमें केवल एक बाल्टी या दो बाल्टी पानी हमें प्राप्त होता है. पंचायत में तकरीबन 200 नल कनेक्शन हैं. जिसमें सारे नल कनेक्शनों में पेयजल को लेकर गंभीर परेशानी का सामना पिछले 6 माह से हम लोग करते आ रहे हैं.