बालाघाट। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा किसानों से समर्थन मूल्य पर धान, गेहूं, चना आदि फसलों की खरीद की प्रकिया शुरु हो गई है. लेकिन फसल खरीदने के बाद उसे सुरिक्षत रखने के लिए शासन के पास पर्याप्त गोदाम नहीं है. ऐसे में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई फसलों को खुले कैंप में रखना पड़ रहा है. हालांकि जिला प्रशासन फसल को रखने के लिए करोडों रुपये खर्च कर गोदाम का निर्माण कर रहा है. लेकिन जिम्मेदारों द्वारा ढुलमुल रवैया के चलते जो गोदाम बनाए जा रहे हैं वो गुणवत्ताहीन बन रहे हैं.
गोदाम बनाने में बरती जा रही है ये लापरवाही, जानिये पूरा मामला - This carelessness
बालाघाट में समर्थन मूल्य पर खरीदे गई फसलों को खुले कैंप में रखना पड़ रहा है. हालांकि जिला प्रशासन फसल को रखने के लिए करोडों रुपये खर्च कर गोदाम का निर्माण कर रहा है. लेकिन जिम्मेदारों द्वारा ढुलमुल रवैया के चलते जो गोदाम बनाए जा रहे हैं वो गुणवत्ताहीन बन रहे है.
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गोदाम बनाने में बरती जा रही है ये लापरवाही
गोदाम बनाने में बरती जा रही है ये लापरवाही
बालाघाट जिले के अलग-अलग स्थानों पर करोड़ों की लागत से गोदाम बनाए जा रहे हैं. लेकिन इस गोदाम की गुणवत्ता पर सवालियां निशाना खड़े हो रहे हैं.
वहीं इस मामले में कलेक्टर दीपक आर्य का कहना है कि यदि गोदाम निर्माण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बरती जा रही है तो मामले की जांच कराई जाएंगी. इसके साथ ही जांच में जो भी व्यक्ति दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लिया जाएगा.
Last Updated : Mar 20, 2020, 11:45 AM IST