बालघाट।आदिशक्ति मां जगतजननी की उपासना, तप और भक्ति के महापर्व नवरात्रि का आयोजन इस समय पूरे देश मे धूमधाम के साथ जारी है, जगह-जगह पर भावभक्ति के साथ विभिन्न रूपों में मां की आराधना की जा रही है, इसके अलावा अलग-अलग जगहों पर भव्य आयोजन देखने को मिल रहे हैं. इसी क्रम में बालाघाट जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बैहर में भी नवरात्रि के पर्व की धूम देखने मिली, जहां आयोजक समिति द्वारा भव्य आयोजन करते हुए 251 प्रतिमाओं के रूप में मातारानी के स्वरूपों को प्रदर्शित किया गया है, जो इन दिनों पूरे जिले भर के लिए खास आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
251 प्रतिमाओं के रूप में मां जगतजननी के विभिन्न स्वरूपों के दर्शन के लिये भक्तों का तांता लगा हुआ है, जहां हजारों की संख्या में दूर-दूर से श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंच रही है, जितनी संख्या दिन में होती है, उससे कहीं ज्यादा संख्या में भक्त रात्रि में दर्शन करने पहुंच रहे हैं, आकर्षक साज सज्जा के साथ सम्पूर्ण नगर रंगबिरंगी रोशनियों से सराबोर नजर आ रहा है, जो कार्यक्रम की भव्यता में चार चांद लगा रहा है. इसके साथ ही दूर दूर से भारी संख्या में पहुंच रहे भक्तों के लिये यहां भंडारे की व्यवस्था के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं का भी ध्यान रखा गया है.
251 प्रतिमाएं बनी आकर्षण का केंद्र:बैहर जैसी छोटी सी जगह में 251 प्रतिमाओं की स्थापना वाकई पूरे जिले भर के लिये आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, इस भव्य आयोजन के लिए एक साल पहले से तैयारियां की गई, ईटीवी भारत से चर्चा के दौरान यहां के पुजारी पंडित निरंजन शर्मा ने बताया कि "माता रानी के विभिन्न स्वरूप होतें हैं, जिनमे से 251 स्वरूपों को यहां उनके नामों के साथ प्रदर्शित किया गया है, जिसके पीछे मंशा यही है कि हमारी युवा पीढ़ी हमारे सनातन धर्म को जाने, हमारे देवी देवताओं के विभिन्न नामों तथा उनके स्वरूपों को पहचाने, इसी परिकल्पना के साथ यहां मां जगतजननी के विभिन्न स्वरूपों को प्रदर्शित किया गया है."