बालाघाट। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर शासन द्वारा गुटखा, तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट, और खैनी खाकर सार्वजनिक जगहों पर थूकने पर प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन ये देखा जा रहा है कि उसके बावजूद चोरी-छिपे गुटखा का विक्रय किया जा रहा है और धड़ल्ले से लोग गुटखा खाकर, जहां-तहां सार्वजनिक स्थानों पर थूक रहे हैं. जिससे करोना का संक्रमण बढ़ने का खतरा बनता जा रहा है. ऐसा ही एक मामला बालाघाट में आया है, जहां पर एक पटवारी गुटखा खाते पकड़ा गया और उस पर कार्रवाई की गई. संभवत प्रदेश में इस प्रकार की पहली कार्रवाई बताई जा रही है.
गुटखा खाकर थूकना पटवारी को पड़ा महंगा, जुर्माना भी लगा और वेतन भी कटा
बालाघाट में एक पटवारी को गुटखा खाना महंगा पड़ गया. जानकारी के मुताबिक एसडीएम आयुषी जैन ने पटवारी को गुटखा खाकर थूकते हुए पकड़ लिया, जिसके बाद उन्होंने उस पर जुर्माना लगाया और दो दिन की सैलरी काटने के आदेश दिए हैं.
किरणापुर के पटवारी राजकुमार लिल्हारे को उस समय सार्वजनिक स्थल पर गुटखा खाकर थूकना महंगा पड़ गया, जब एसडीएम आयुषी जैन किरनापुर के क्वॉरेंटाइन सेंटर अधिकारियों के साथ पहुंची. निरीक्षण के दौरान उन्होंने पटवारी को गुटका खाने के बाद थूकते हुए देख लिया. पटवारी को इस तरह सार्वजनिक स्थल पर थूकने के लिए उन्होंने फटकार भी लगाई, इसके बाद उन्होंने पटवारी राजकुमार लिल्हारे पर सार्वजनिक स्थल पर गंदगी फैलाने के लिए एक हजार रुपए का जुर्माना लगा दिया, साथ ही उसका 2 दिन का वेतन काट कर उस राशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराने के आदेश दिए हैं.
कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि राज्य शासन ने कोविड-19 के कारण होने वाली महामारी को संक्रामक बीमारी के रूप में अधिसूचित किया है, ये बीमारी संक्रमित वस्तु को स्पर्श करने तथा संक्रमित व्यक्ति के छीकने, खांसने तथा थूकने से बहुत तेजी से फैलती है. इस वैश्विक बीमारी के मद्देनजर राज्य शासन ने नागरिकों को मास्क पहनना भी अनिवार्य किया है और सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर प्रतिबंध भी लगाया है.