बालाघाट। यूं तो शासन प्रशासन नक्सलियों पर लगाम कसने के बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. मामला बालाघाट पुलिस मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर किरनापुर थाना क्षेत्र में आने वाले कंडरा के देवटोला का है, जहां 30 से 40 नक्सलियों ने गांव में रात्रि 10 बजे आकर वन समिति अध्यक्ष को ग्रामीण जनता के सामने जमकर पीटा और बात न मानने पर जान से मारने की धमकी भी दी.
बालाघाट में फिल बढ़ी नक्सलियों की सक्रियता पूरे मामले को जानने की कोशिश की गई तो नाम न बताने की शर्त पर कुछ ग्रामीणों ने कहा कि देवटोला में 5 से 6 लोगों का वन विभाग की जमीन पर बहुत पुराना कब्जा है, जिस पर वो लोग खेती कर अपना जीवन गुजर बसर करते हैं. कई बार वन विभाग द्वारा उन्हें अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया और अपने आला अधिकारियों को सूचित भी किया गया था, लेकिन गांव के लोग अतिक्रमण हटाने तैयार नहीं थे.
ऐसे में वन विभाग के अधिकारियों और ग्राम वन समिति के अध्यक्ष और सदस्यों द्वारा पूरे अतिक्रमण वाले खेत पर तारों से फेंसिंग कर दी गई थी. बताया जा रहा है कि पीड़ित ग्रामीणों ने ये बात नक्सलियों को बताई होगी और इसी बात को लेकर देवटोला में करीब 15 से 20 नक्सलियों ने गांव में आकर ग्रामीणों के बीच वन समिति के अध्यक्ष के साथ मारपीट की और फेंसिंग नहीं हटाने पर जान से मारने की धमकी दी.
इस घटना पर हमने अध्यक्ष से बात करने की कोशिश की तो वो कैमरे के सामने आकर बात करने के लिए तैयार नहीं हुए. यहां तक कि उन्होंने पुलिस को घटना की जानकारी तक नही दी है. इस घटना की पुष्टी ग्रामीणों ने की है. इस मामले में एसपी अभिषेक तिवारी का कहना है कि ग्रामीणों ने नक्सलियों द्वारा धमकाने की शिकायत तो की है लेकिन पुलिस के पूछने पर घटना से वह इनकार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में नक्सलियों की सक्रियता के इनपुट मिले हैं. एसपी अभिषेक तिवारी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि ग्रामीणों को विश्वास में लेकर तथा सर्चिंग बढ़ाकर नक्सलियों के मंसूबे नाकाम किये जा रहे हैं.