बालाघाट में फिर एक्टिव हुए नक्सली, बैनर-पोस्टर बांधकर फैलाई दहशत, नक्सलियों के एनकाउंटर को एक्सपो करने का किया जिक्र - Mention of exposing Naxalite encounter
Naxalite Active in Balaghat: मध्यप्रदेश के बालाघाट में एक बार फिर नक्सली एक्टिव हो गए हैं. सोनगुड्डा क्षेत्र में नक्सलियों ने फिर बैनर-पोस्टर बांधकर अपनी सक्रियता दिखा. बैनर में उन्होंने नक्सलियों के एनकाउंटर को एक्सपो करने का जिक्र किया है.
बालाघाट। जिले में नक्सलियों ने फिर बेनर पोस्टर लगाकर अपनी सक्रियता दिखाने का किया प्रयास है. बेनर में नक्सलियों के एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए हॉकफोर्स को बेनकाब करने का किया जिक्र किया. हिंदी के अलावा अंग्रेजी में भी इन्ही शब्दों का रूपांतरण किया है. पोस्टर में आईजी व एसपी की तस्वीर लगाई है. बता दें कि नक्सलियों ने नक्सल प्रभावित सोनगुड्डा में सड़क किनारे पेड़ पर बीती रात बैनर पोस्टर बांधे हैं.
नक्सलियों के एनकाउंटर को एक्सपोज करने का जिक्र:बालाघाट में फिर नक्सलियों ने बैनर पम्पलेट लगाकर क्षेत्र में अपनी सक्रियता दर्ज कराने की कोशिश की है. इस बार नक्सलियों ने बिरसा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम सोनगुड्डा के पास सुन्दरवाही पहुंच मार्ग पर पेड़ पर बैनर व पोस्टर लगाए हैं. जिस पर पूर्व में हॉकफोर्स द्वारा मुठभेड़ में किये गए नक्सलियों के एनकाउंटर को एक्सपोज करने का जिक्र किया है.
बैनर में आईजी और एसपी की तस्वीर: बैनर में लिखा है कि झामसिंह एवं कमलू की झूठे मुठभेड़ में कई गई हत्या को एक्सपोज कर हॉकफोर्स को बेनकाब करने के लिये बालाघाट की साहसी जनता का हार्दिक धन्यवाद और नेक क्रांतिकारी अभिवादन. इसके अलावा इन्ही शब्दों का अंग्रेजी में रूपांतरण भी किया गया है. वहीं नीचे जीआरबी डिवीजन कमेटी, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का जिक्र किया गया है. इसके अलावा बैनर के साथ ही कुछ पोस्टर भी लटकाए गए हैं. जिनमें आईजी संजय कुमार व बालाघाट पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ की तस्वीर नजर आ रही है.
लोगों में खौफ बनाने के लिए लगाए बैनर: आपको बता दें कि, नक्सलियों द्वारा आम जनमानस में अपना खौफ बनाये रखने के साथ ही क्षेत्र में अपनी सक्रियता व मौजूदगी का एहसास कराने के मकसद से इस तरह की हरकत की जाती रही है. वैसे हाल में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में जवानों की मुस्तैदी के चलते नक्सलियों द्वारा चुनाव को प्रभावित करने सम्बन्धी किसी प्रकार की गतिविधियों को अंजाम देने में असफल रहे. किन्तु चुनाव सम्पन्न होते ही एक बार फिर नक्सलियों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराने का प्रयास किया है.