बालाघाट। बीते 8-9 महीने से सड़क निर्माण के पूर्ण ना किये जाने और नाली निर्माण में धांधली और अनियमितता किए जाने का आरोप लगाते हुए आक्रोशित आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र परसवाड़ा अंतर्गत ग्राम कुरेण्डा के ग्रामीणजनों ने "रोड नहीं तो वोट नहीं" का पोस्टर लगाकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करते हुए शासन और प्रशासन तथा भ्रष्टाचार मे लिप्त ग्राम पंचायत कर्मचारियों के विरुद्ध अपना आक्रोश प्रकट करते हुए त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया है.(MP Panchayat Election)
पहले रोड, फिर वोट:ग्रामीण से मिली जानकारी अनुसार बीते 8-9 माह से ग्राम कुरेण्डा के वार्ड क्रमांक मे तकरीबन 9 लाख रूपये की लागत से नाली और सङक का निर्माण किया जा रहा है, नाली निर्माण मे अनियमितता बरती गई. वहीं अब तक यहां के सड़क का निर्माण भी अब तक निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत द्वारा पुर्ण नही किया गया है. जबकि 8-9 माह पूर्व अक्टूबर-नवंबर मे नाली और सड़क निर्माण के लिए आवंटित राशी का आहरण कर लिया गया है, जिससे आक्रोशित ग्रामीणो ने पहले रोड, फिर वोट देने की बात कहकर अपना विरोध ग्राम पंचायत कर्मचारियों के विरुद्ध प्रकट किया है.
आवंटित राशी का हो चुका आहरण:ग्रामीण महेश खरे का कहना है कि जब सड़क और नाली निर्माण के लिये शासन की योजना अंतर्गत 15वें वित्त से आवंटित राशी का आहरण अक्टूबर-नवम्बर माह में हो चुका है तो ग्राम पंचायत के कर्मचारियों द्वारा बीते 9 माह से सड़क निर्माण क्यों नहीं किया गया है. वहीं नाली निर्माण में भी अनिमितता बरती गई है, जिससे वार्ड के घरों के लोगों को जाने-आने में परेशानी हो रही है जिसे अब तक नहीं सुधारा जा सका है.
जर्जर अधूरे सड़क पर हो रही घटनाएं: ग्रामीण मनोज मिश्रा ने बताया कि बीते दिवस रात्री घर वापस लौटते हुए जर्जर सड़क के चलते राह मे दुर्घटना ग्रस्त हो गए, जर्जर सड़क अब चलने लायक नही बची है, बीते 15 वर्ष पूर्व सड़क निर्माण ठीक तरह से नहीं हुआ, जिसकी वजह से इस राह पर हमेशा ग्रामीणों को परेशानी होती रही है जो लगातार बढ़ रही है.