बालाघाट। 17 जून को प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने 6 महीने पूरे कर लिए हैं. प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कांवरे और पूर्व कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन आमने सामने आ गये हैं. जहां बिजली सहित अन्य मुद्दों के राज्य सरकार को घेरते हुए पूर्व मंत्री बिसेन ने कमलनाथ को राज्य सरकार चलाने के लिए अनुभवहीन बताते हुये असफल सरकार, सामंतवादी सरकार करार दिया तो उसके जवाब में विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कांवरे ने सत्ता से बाहर रहने की बौखलाहट में सरकार के खिलाफ अनर्गल बयान देने का आरोप लगाते हुए दिवालिया होने की बात कही है.
पूर्व मंत्री और विधानसभा उपाध्यक्ष आमने सामने, एक-दूसरे पर लगाए कई आरोप
प्रदेश की कांग्रेस सरकार को 6 महीना पूरा होने के अवसर पर पूरे प्रदेश में सरकार के मंत्रियों ने अपनी अपनी उपलब्धियों को गिनाई और आने वाले समय में सरकार की क्या योजनाएं इसकी जानकारी दी.
विधानसभा उपाध्यक्ष हिना ने पूर्व मंत्री बिसेन के आरोपों पर किया पलटवार
प्रदेश की कांग्रेस सरकार को 6 महीना पूरा होने के अवसर पर पूरे प्रदेश में सरकार के मंत्रियों ने अपनी- अपनी उपलब्धियां गिनाई और आने वाले समय में सरकार की क्या योजनाएं हैं इसकी जानकारी दी. इसी कड़ी में विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कावरे ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए बालाघाट में पत्रकारों से रूबरू हुईं.
पूर्व कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने साधा कमलनाथ सरकार पर निशाना
भाजपा द्वारा कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में हो रहे लगातार बिजली कटौती और किसानों के मुद्दे पर लगातार सरकार को घेर रही है. बिजली कटौती के मुद्दे को लेकर पूर्व कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने कमलनाथ सरकार पर निशाने पर लेते हुए कहा, कि वर्तमान सरकार किसी मुद्दे पर गंभीर नहीं है. समस्याओं का निदान करना नहीं चाहती है सरकार का प्रशासन पर पकड़ नहीं है. मंत्रियों में अनुभव की भारी कमी है. अपने विभाग में व्यवस्था पर ध्यान देने की जगह ट्रांसफर के कामों में लग गए हैं.