बालाघाट। कोरोना वायरस के बाद अब टिड्डी दल ने किसानों और प्रशासन की नींद उड़ा दी है. पाकिस्तान से चलकर राजस्थान होते हुए टिड्डी दल ने बालाघाट जिले में प्रवेश कर लिया है और किसानों की फसलों के दुश्मन बन गए हैं.
जानकारी के अनुसार ये टिड्डी दल पहले महाराष्ट्र राज्य के तुमसर तहसील में था जहां से बालाघाट जिले के खैरलांजी तहसील अंतर्गत ग्राम चिचोली और अन्य गांवों तक पहुंच गया है. कृषि वैज्ञानिक उत्तम बिसेन ने बताया कि ये टिड्डी दल हरे भरे पौधों और पेड़ों पर खासकर हमला करते हैं. उन्होंने किसानों की फसलों को टिड्डी दल के हमले से बचाने के लिए उपाए भी बताए.
टिड्डी दल से बचाव के उपाए
- साधारण पानी का छिड़काव करें
- खेतों में एक ट्रैक्टर चला दें, जिससे खेत में दिए हुए टिड्डी के अंडे नष्ट हो जाएं
- तालियां, शंख, थालियां बजाएं और पटाखे फोड़ें, क्योंकि शोर से टिड्डियां भाग जाती हैं
- कुछ कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें
कृषि वैज्ञानिक उत्तम बिसेन ने बताया कि ये रेगिस्तानी टिड्डी हैं जो उजाले में दिनभर इधर उधर घूमते रहते हैं और शाम 7 बजे के बाद एक स्थान पर आराम करते हैं इसीलिए अलसुबह इन पर कीटनाशक का छिड़काव कारगर साबित होता है. उन्होंने बताया कि फिलहाल फायर ब्रिगेड और ट्रैक्टर स्प्रिंकलर के माध्यम से पानी का तेज छिड़काव भी किया जा रहा है.