बालाघाट।वन विभाग द्वारा प्रदेश के ऐसे वन क्षेत्र जहां बाघों की खासी संख्या है, वहां नाइट सफारी शुरू करने की योजना बनाई गई है. इसी के तहत बालाघाट जिले के लालबर्रा रेंज के अंतर्गत आने वाले सोनावानी के जंगलों में नाइट सफारी शुरू करवाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं.
प्रस्ताव पर लगी मुहर :दक्षिण वन मंडल सामान्य बालाघाट के अंतर्गत आने वाले सोनावानी नाइट सफारी के लिए अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक भोपाल ने नाइट सफारी के लिए प्रस्ताव मांगा था. बालाघाट जिले के भीतर सोनावानी के जंगलों में नाइट सफारी का प्रस्ताव भेजा गया था. इस पर मोहर लगा दी गई है. बता दें कि सघन वन क्षेत्र में स्थित सोनावानी, चिखलाबड्डी, नवेगांव, सिलझरी, पैदीटोला में वन्य प्राणियों की अच्छी खासी संख्या है. इसमें बीते कुछ वर्षों के दौरान बाघों की संख्या काफी अच्छी हो गई है. अन्य क्षेत्र में भी बाघों के लगातार मूवमेंट की सूचनाएं मिलती रही हैं. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए वन विभाग द्वारा इस क्षेत्र में नाइट सफारी पर सहमति बनी है.
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नाइट सफारी के लिए नियम तय :आदेश में 13 नियम तय किए गए हैं. मुख्य नियमों में शाम 7 बजे से रात्रि 11 बजे तक नाइट सफारी का समय प्रस्तावित किया गया है. नाइट सफारी के लिए दो रूट बनाए गए हैं. इसके लिए बाकायदा दो गेट भी बनाए गए हैं. गेट नंबर 1 नवेगांव, चिखलाबड्डी, सोनावानी, सिलेझरी एवं वापस नवेगांव हैं. गेट नंबर 2 पैदीटोला, सिलेझरी, नवेगांव, चिखलाबड्डी, सोनावानी, सिलेझरी और वापसी पैदीटोला होंगे. इस दौरान अन्य टाइगर रिजर्व की तरह इस सेंचुरी में भी आने वाले पर्यटकों के लिए नियमों की प्रतिबद्धता रहेगी. सोनावानी, चिखलाबड्डी वन क्षेत्र में नाइट सफारी शुरू किए जाने से जिले सहित लालबर्रा क्षेत्र में पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा. साथ ही शासन को राजस्व का भी लाभ होगा. इसके साथ ही लालबर्रा क्षेत्र में रात्रि के दौरान होने वाली जंगलों की अवैध कटाई पर भी अंकुश लगने की संभावना है. (Enjoy Night Safari in Balaghat) ( Night safari start in Sonavani forests)