बालाघाट: जिले के वारासिवनी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के बाहर से आए हुए ग्रामीणों और छात्रों के घरों के सामने लाल निशान और कोविड 19 लिखने की प्रक्रिया से लोगों को कोरोना के बारे में अफवाह फैलाने का नया मौका मिल गया है. ऐसे अफवाह फैलाने वाले लोग जिन घरों के सामने लाल निशान या फिर कोविड 19 लिखा हुआ है, उसे कोरोना संक्रमित बताने का प्रयास कर रहे हैं. जिससे भय का माहौल बन रहा है.
कोरोना से संबंधित अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई
वारासिवनी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के बाहर से आए हुए ग्रामीणों व विद्यार्थियों के घरों के सामने लाल निशान व कोविड 19 लिखने की प्रक्रिया से लोगों को कोरोना के बारे में अफवाह फैलाने का नया मौका मिल गया है. जिसके लेकर चिकित्सा अधिकारी ने सख्त चेतावनी दी है.
मामले को लेकर जब खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ रविन्द्र ताथोड़ से चर्चा की गई, तो बताया कि क्षेत्र में चल रही अफवाहें उनकी भी जानकारी में हैं. उन्होंने बताया कि तहसील मुख्यालय में बीते दिनों में बाहर से आए लोगों की लगातार निगरानी की जा रही हैं, उन लोगों से 14 दिनों तक घरों में ही रहने को कहा गया है. हमारे स्वास्थ्य कर्मी भी उनपर लगातार नजरें रखे हुए हैं. जिन घरों में बाहर से लोग आए हुए हैं, उनके घरों में लाल रंग से विभिन्न निशान लगाए जा रहे हैं. जिससे उनके घरों की निगरानी में आसानी हो और स्वास्थ्य विभाग का कोई भी चिकित्सक, आशा कार्यकर्ता या अन्य व्यक्ति उनके घरों तक पहुंच कर अपनी सेवाएं दे सकें. उन्होंने बताया कि फिलहाल अभी तक क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति पॉजिटिव नहीं पाया गया है.उन्होंने लोंगो से अपील की है कि लोग भ्रामकता ना फैलाएं.