बालाघाट। वारासिवनी में स्कूली बच्चों को वन और वन्य प्राणियों के महत्व व पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूक करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश वन विभाग और इको पर्यटन क्लब वन परिक्षेत्र में अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन करता है, हर साल की तरह इस साल भी वारासिवनी वन परिक्षेत्र के चिरचिरा बीट में अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें वारासिवनी व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आए सात स्कूलों के 120 बच्चे शामिल हुए. इस दौरान भारतीय वन सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी व प्रभारी वन मण्डलाधिकारी बेनी प्रसाद भी मौजूद रहे.
अनुभूति कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों ने जाना वन-वन्य प्राणियों का महत्व - वन परिक्षेत्र अधिकारी डीसी वासनिक
बालाघाट जिले के वारासिवनी में स्कूली बच्चों को वन और वन्य प्राणियों के महत्व व पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूक करने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश वन विभाग और इको पर्यटन क्लब ने वन परिक्षेत्रों में अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया.
अनुभूति कार्यक्रम के तहत वन क्षेत्र के शांत व स्वच्छंद वातावरण में पैदल घूमकर बच्चे प्रसन्नचित हो गए. इस दौरान उन्होंने वन, वन्य औषधियों व वन्य प्राणियों के बारे में जाना. साथ ही पर्यावरण संरक्षण के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की. वन परिक्षेत्र अधिकारी डीसी वासनिक के नेतृत्व में मास्टर ट्रेनर ए के चार्ल्स ने बच्चों को जंगल सफारी के दौरान पक्षियों के आवास व पारिस्थितिकी तंत्र में इसकी उपयोगिता सहित वन विभाग से संबंधित जानकारी दी.
वन विभाग ने ही बच्चों के अल्पाहार व भोजन की भी व्यवस्था की थी. इसके अलावा सभी बच्चों को वन विभाग की ओर से वनों से जुड़ी किताबें व टोपी भी दी गई. दोपहर के भोजन के बाद चिरचिरा बीट स्थित नाले के पास मंचीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें अधिकारियों और अतिथियों ने बच्चों से वन से संबंधित सवाल पूछे. सही जवाब देने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया गया. बच्चों ने अनुभूति कार्यक्रम के माध्यम से मिली जानकारी व वन क्षेत्र के शांत वातावरण में किए गए अनुभव को साझा भी किया. प्रभारी वन मण्डलाधिकारी बेनी प्रसाद ने बच्चों को संबोधित कर पर्यावरण संरक्षण और वन्य प्राणियों की सुरक्षा करने का संकल्प दिलवाया. वन परिक्षेत्र अधिकारी डीसी वासनिक ने अनुभूति कार्यक्रम के आयोजन पर प्रकाश डालते हुए आभार जताया.