बालाघाट।सामान्यतः विवाह पत्रिका में दुल्हा-दुल्हन का नाम और परिवार का नाम होता है लेकिन गत 11 जून को संपन्न हुई शादी के विवाह कार्ड में ही विवाह एवं अंगदान जागरूकता समारोह, शादी सामाजिक संस्कार-अंगदान जीवन दायक संस्कार कोट कर बर्मन परिवार ने अंगदान का संकल्प लिया है. यही नहीं बल्कि सलमान खान से प्रेरित दुल्हे प्रभात बर्मन के अंगदान करने के इस संकल्प में उनकी जीवन संगिनी भूमेश्वरी ने उनका साथ दिया और दोनों ही जयमाला से पहले दूल्हा-दुल्हन ने अंगदान का ऐलान किया. दुल्हा प्रभात बर्मन ने इसके लिए सलमान खान को अपना प्रेरणास्त्रोत बताया. उन्होंने कहा कि सलमान खान के बोनमैरो दान करने से यह विचार मन में आया. प्रभात स्वयं सलमान खान की संस्था बीइंग सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था जबलपुर से जुड़े हैं.
जयमाला से पहले अंगदान का फैसला: बालाघाट जिले के कटंगी तहसील से सटे ग्राम उजाड़बोपली में 11 जून रविवार की रात आयोजित शादी में दूल्हा-दुल्हन ने जयमाला से पहले अंगदान करने की घोषणा कर समाज को अंगदान महादान का अनोखा संदेश दिया है. मध्यप्रदेश राज्य और बालाघाट जिले में संभवतः ऐसा पहली बार हुआ है जब विवाह के पूर्व वर-वधु ने अंगदान करने का फैसला किया है. शास्त्री नगर जबलपुर निवासी दुर्गाप्रसाद बर्मन के पुत्र प्रभात बर्मन और उजाड़बोपली निवासी भूमेश्वरी ने जयमाला से पहले अंगदान करने का ऐलान किया है. अंगदान जैसे महादान को करने की घोषणा के बाद दोनों ने एक-दूसरे को जयमाला पहना कर साथ निभाने का वादा किया. इससे पूर्व गांव में डीजे की धुन पर प्रभात की बारात निकली और वर के वधू के घर पहुंचते ही विभिन्न सामाजिक रीति-रिवाज विवाह संपन्न कराया गया.
सलमान खान से मिली प्रेरणा: प्रभात बर्मन बीइंग सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था जबलपुर से जुड़े है. उन्होंने बताया कि फिल्म अभिनेता सलमान खान द्वारा बोन मैरो दान किये जाने से प्रेरित होकर उन्होंने अंग दान का फैसला लिया है. उन्होंने बताया कि साल 2007 में टीवी पर अंगदान के बारे में देखा और दूरदर्शन के जरिए मोहन फाउंडेशन जैसी संस्थाएं या अन्य संस्थाएं ऐसा कुछ काम करती है, इसके बारे में मुझे पता चला और फिल्म अभिनेता सलमान खान से इसकी प्रेरणा मिली, इसलिए विवाह समारोह के दौरान अंगदान करने का संकल्प लिया.