बालाघाट।जिले के तहसील मुख्यालय परसवाड़ा के पास गांव डोंगरिया में होली और दिवाली दोनों त्योहारों जैसा माहौल रविवार को एक साथ नजर आया. जहां पर ग्रामीणों ने एक ओर एक दूसरे को गुलाल लगाकर खुशियां बांटी, तो वहीं दूसरी ओर जमकर आतिशबाजी का नजारा भी देखने मिला. इसके साथ ही देश भक्ति के गीतों के साथ डीजे की धुन पर सारा गांव झूमता नजर आया. एक छोटे से गांव में यह नजारा उस वक्त देखने मिला, जब गांव की ही एक बेटी का चयन सीआरपीएफ में हुआ. चयन के बाद गांव की बेटी अपनी ट्रेनिंग पूरी कर जब अपने घर पहुचीं तो गांव में खुशी का ठिकाना नहीं रहा. ग्रामीणों ने फूल मालाओं से इस बेटी का भव्य स्वागत करते हुए जमकर आतिशबाजी की और एक दूसरों को गुलाल लगाकर खुशियां बांटते हुए बधाइयां दी. सचमुच आज का दिन गांव वालों के लिए होली और दिवाली से कम नहीं था.
बेटी का देश की सेवा के लिए चयन, गांव में खुशी: इस दौरान ग्राम के ही अशोक कटरे ने चर्चा में बताया कि इस छोटे से ग्राम डोंगरिया की बेटी का देश की सेवा के लिए चयन हुआ है, जिससे पूरे गांव में खुशी की लहर है, इस खुशी के भाव को हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते, सभी ग्रामीणों के द्वारा एक साथ एक रैली का आयोजन कर जुलूस के रूप में ग्राम भ्रमण किया जा गया है, इस अवसर पर पूरा गांव गौरवान्वित महसूस कर रहा है. चर्चा के दौरान जनपद परसवाड़ा के उपाध्यक्ष कांति राहंगडाले ने बताया कि "उनके ग्राम डोंगरिया निवासी प्रताप पटले की बेटी सरिता पटले का चयन सीआरपीएफ में हुआ है, जिसके प्रशिक्षण के बाद पहली बार घर आगमन पर गांव में खुशी की लहर है. इस दौरान सभी ने बेटी के चयन पर बधाइयां देते हुए एक उत्सव जैसा माहौल निर्मित किया है. निश्चित तौर पर परिजनों सहित ग्रामीणों में हर्ष व्याप्त है, चूंकि गांव की इस बेटी ने न केवल अपने माता पिता, बल्कि पूरे ग्राम को गौरवान्वित करने का कार्य किया है."