अशोकनगर। गर्मी के मौसम में हर साल शहर की त्रिलोकपुरी कॉलोनी में जलसंकट की समस्या से रहवासी परेशान रहते हैं. इसको देखते हुए पिछले साल एक बोर का खनन शुरू किया गया था, लेकिन ये काम पूरा नहीं हो सका. क्षेत्रवासियों में मशीन लगाने पर हुए विवाद के चलते नगर पालिका अधिकारी अधूरा काम छोड़कर वहां से वापस चले गए थे.
अशोकनगर: सरकारी बोर के लिए हुई रहवासियों में लड़ाई, नगर पालिका ने अधूरा छोड़ा काम
पानी की समस्या को देखते हुए नगर पालिका की मशीन बोर खनन करने पहुंची. बोर खनन के पाइंट देखकर दो गलियों में रहने वाले लोग आपस में उलझ गए. विवाद को बढ़ता देख नगर पालिका अधिकारी और पुलिस ने पहुंचकर समझाने की कोशिश की. इसके बाद भी जब लोग नहीं माने तो बगैर खनन किए मशीन को वापस ले गए.
पूरे इलाके में पानी की समस्या इतनी विकराल है कि एक छत से दूसरी छत पर होते हुए पाइप लाइन निकली है. लोगों को 400 रूपए देकर पानी भरना पडता है. 6 गलियों में एक ही शासकीय हैंडपंप है. इस वजह से लोगों को एक-एक बाल्टी पानी के लिए परेशान होना पड़ता है. मौके पर उपस्थित सब-इंजीनियर ने बताया कि कुछ लोग मोहल्ले से आए और आपस में विवाद करने लगे, जिससे काम रोकना पड़ा. उन्होंने कहा कि जहां जनता कहेगी, वहीं पर बोर लगाया जायेगा. फिलहाल विवाद न हो इसलिए बोर मशीन को वापस बुला लिया गया है.
स्थानीय रहवासी वंदना शर्मा ने बताया कि लगातार पानी की समस्या से परेशान होकर उनके गली के लोग कई बार कलेक्टर सहित एमओ को ज्ञापन देकर पानी की व्यवस्था के लिए धरना प्रदर्शन कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि पिछले एक साल से लगातार शिकायत के बाद जब बोर स्वीकृत हुआ तो उसको दूसरे स्थान पर लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यदि खनन दूसरे स्थान पर किया गया तो वे उसे रोक देंगे. वहीं दूसरे पक्ष के लोगों का कहना है कि उनकी गली में भी पानी की समस्या है, इसलिए उनकी गली में ही बोर खुदना चाहिए.