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आशा दोहरे को टिकट दिए जाने पर रमेश इटोरिया के बदले सुर, पहले कही थी ये बात - congress leader ramesh itoria

अशोकनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कांग्रेस नेता रमेश इटोरिया अपने सुर बदलते नजर आए. उन्होंने आशा दोहरे को कांग्रेस उम्मीदवार बनाए जाने पर कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था आज वहीं उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को एक अच्छा उम्मीदवार बताया.

Congress leader Ramesh Itoria
कांग्रेस नेता रमेश इटोरिया

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Published : Oct 21, 2020, 5:25 PM IST

Updated : Oct 21, 2020, 6:47 PM IST

अशोकनगर। तीन नवंबर को 28 सीटों पर उपचुनाव के लिए वोट जाने जाने हैं, जिसे लेकर पार्टी के नेता उत्साहित नजर आ रहे हैं. लेकिन कई बार उत्साहित नेता अपने बयानों से पलट जाते हैं. ऐसा ही एक मामला अशोकनगर से सामने आया है, जहां कांग्रेस नेता रमेश इटोरिया अपने ही बयान से पलटते हुए नजर आ रहे हैं. टिकट वितरण से नाराज होकर कांग्रेस छोड़ने वाले रमेश इटोरिया ने बाद में सफाई देते हुए कहा, ''मैंने यह नहीं कहा था कि कांग्रेस ने फर्जी दलित को टिकट दिया था, मैंने कहा था कि फर्जी प्रणाम पत्र वाली कांग्रेस उम्मीदवार आशा दोहरे को टिकट दिया है.'' इटोरिया ने नाराज होकर कांग्रेस छोड़ी थी और बसपा का हाथ थाम लिया था, लेकिन अब वे दोबारा बदले सुरों के साथ कांग्रेस में वापस आ गए हैं.

कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर रमेश इटोरिया के बदले सुर

दोबारा कांग्रेस में शामिल हुए रमेश इटोरिया

रमेश इटोरिया ने कांग्रेस दोबारा शामिल होने पर कहा, ''कोई भी व्यक्ति अपने निर्णय पर निश्चित तौर पर गौर करता है. अपनी अंतरआत्मा की आवाज पर अपना अंतिम रुप लेता है.'' इससे पहले हालिया कांग्रेस में शामिल हुए रमेश इटोरिया ने कहा कि उन्होंने उन्हें फर्जी दलित नहीं बोला है. इटोरिया ने आसा दोहरे को कांग्रेस प्रत्याशी बनाए जाने पर कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था.

पहले क्या बोला था

रमेश इटोरिया ने कहा था कि आज भी दलित वर्ग के लोगों को जो हक मिलना चाहिए वो उन्हें मिले. रमेश इटोरिया ने अशोकनगर से कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे का बिना नाम लिए कहा कि कांग्रेस ने जिस प्रत्याशी को टिकट दिया गया है वो एससी वर्ग से हैं, उन्होंने जैन समाज में शादी की है और उसका एससी वर्ग से कोई सरोकार नहीं रहा है. वह कोई फील्ड वर्कर नहीं रहीं, कभी कोई चुनाव नहीं लड़ा. आशा दोहरे कभी किसी पद पर नहीं रहीं. ऐसी महिला को प्रत्याशी बनाए जाने पर एससी समाज में भारी आक्रोश है. उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा को लेकर कहा कि उन्होंने फर्जी प्रणाम पत्र वालों को टिकट देने की बात कही थी. ना कि फर्जी दलित को लेकर बयान दिया था.

अचानक बदले सुर

कांग्रेस पार्टी में आने के बाद रमेश इटोरिया के अचानक से उनके स्वर बदलते नजर आए. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को सही बताते हुए अच्छा प्रत्याशी बताया. उप चुनावों में देखने वाली बात यह है कि कांग्रेस एवं भाजपा के नेताओं द्वारा कई अनर्गल बयानबाजी की जा रही है. तो वहीं नेता अपने स्वार्थ के लिए पार्टियों में दलबदलू की भूमिका भी निभाते नजर आ रहे हैं.

Last Updated : Oct 21, 2020, 6:47 PM IST

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