अशोकनगर। तीन नवंबर को 28 सीटों पर उपचुनाव के लिए वोट जाने जाने हैं, जिसे लेकर पार्टी के नेता उत्साहित नजर आ रहे हैं. लेकिन कई बार उत्साहित नेता अपने बयानों से पलट जाते हैं. ऐसा ही एक मामला अशोकनगर से सामने आया है, जहां कांग्रेस नेता रमेश इटोरिया अपने ही बयान से पलटते हुए नजर आ रहे हैं. टिकट वितरण से नाराज होकर कांग्रेस छोड़ने वाले रमेश इटोरिया ने बाद में सफाई देते हुए कहा, ''मैंने यह नहीं कहा था कि कांग्रेस ने फर्जी दलित को टिकट दिया था, मैंने कहा था कि फर्जी प्रणाम पत्र वाली कांग्रेस उम्मीदवार आशा दोहरे को टिकट दिया है.'' इटोरिया ने नाराज होकर कांग्रेस छोड़ी थी और बसपा का हाथ थाम लिया था, लेकिन अब वे दोबारा बदले सुरों के साथ कांग्रेस में वापस आ गए हैं.
दोबारा कांग्रेस में शामिल हुए रमेश इटोरिया
रमेश इटोरिया ने कांग्रेस दोबारा शामिल होने पर कहा, ''कोई भी व्यक्ति अपने निर्णय पर निश्चित तौर पर गौर करता है. अपनी अंतरआत्मा की आवाज पर अपना अंतिम रुप लेता है.'' इससे पहले हालिया कांग्रेस में शामिल हुए रमेश इटोरिया ने कहा कि उन्होंने उन्हें फर्जी दलित नहीं बोला है. इटोरिया ने आसा दोहरे को कांग्रेस प्रत्याशी बनाए जाने पर कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था.