अशोकनगर। मोहरी रोड पर 15 सालों से मकान बनाकर रह रहे लोगों को अब बेघर होना पड़ रहा है. जिससे परेशान होकर स्थानिय निवासी ने तहसील कार्यालय पहुंचकर धरना दिया. इस जमीन के मालिक रत्ना सहरिया ने कोर्ट और तहसीलदार कोर्ट में जमीन को खाली कराने की अर्जी लगाई थी. जिस पर तहसीलदार ने 51 मकान मालिकों को नोटिस जारी किया है.
मकान खाली करने के लिए मिला 51 मकान मालिकों को नोटिस, तहसीलदार कार्यालय में दिया धरना - tehsildar office
तहसील कोर्ट से मिले मकान खाली करने के नोटिस के बाद स्थानीय लोगों ने तहसीलदार कार्यालय पहुंचकर धरना दिया है. उनका कहना है कि पिछले 10 साल से वे यहां रह रहे हैं. भू माफियाओं ने प्रकरण को तहसीलदार कोर्ट में लगवा दिया.
स्थानीय निवासी ने बताया कि वो लोग करीब 10 सालों से इस जमीन पर मकान बना कर रह रहे हैं. ज्ञानी सहरिया नाम के युवक से प्लॉट की नोटरियां कराई थी. जिसके बदले में उन्होंने 50 से 70 हजार रुपए भी दिए थे. जिसमें कुछ लोगों के पास प्लॉट की रजिस्ट्री भी है. इस दौरान मोहरी रोड से आए हुए मकान मालिकों ने अपनी बात बताने के लिए काफी देर तक तहसीलदार के आने का इंतजार किया.लेकिन जब तहसीलदार नहीं आए तो उन्होंने तहसील कार्यालय के बाहर बैठकर धरना भी दिया.
बस्ती के लोगों ने बताया कि अब तक किसी ने उनके यहां रहने पर किसी ने कुछ नहीं किया लेकिन जैसे ही घरों के पास कृषि उपज मंडी का निर्माण शुरू किया गया. तब से ही भू माफियाओं ने रत्ना सहरिया को मोहरा बनाकर या लालच देकर इस प्रकरण को तहसीलदार कोर्ट में लगवा दिया.