अशोकनगर।जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं. खास कर भाजपा 2018 में हुए हश्र को दोहराना नहीं चाहती, यही वजह है कि अभी से 39 सीटों के प्रत्याशियों की एक सूची जारी कर चुकी है. जिसमें अशोकनगर जिले की तीन में से एक चंदेरी विधानसभा का भी नाम है. खास बात यह है कि इस सीट को जीतने के लिए पिछली बार बनाए 75 प्लस को टिकट ना देने वाले नियम को भी पार्टी ने पीछे छोड़ दिया है. यहां भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व विधायक और वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष जगन्नाथ सिंह रघुवंशी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है, जिनकी उम्र 75 साल है. यानि वे इस लिस्ट के सबसे उम्रदराज प्रत्याशी हैं, लेकिन ये चुनाव रघुवंशी के लिए भी जीतना आसान नहीं होगा, क्योंकि इस सीट पर लगातार 10 वर्षों से कांग्रेस का कब्जा है.
क्यों लगी जगन्नाथ रघुवंशी के नाम पर प्रत्याशी की मुहर: चंदेरी विधानसभा के गठन के बाद 2008 में हुए पहले चुनाव में बीजेपी को जीत मिली थी, लेकिन इसके बाद 2013 और 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अलग-अलग प्रत्याशी उतारे, लेकिन जनता ने दोनों ही बार कांग्रेस के प्रत्याशी गोपाल सिंह चौहान को अपना विधायक चुना. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी को एक अनुभवी और क्षेत्र में मजबूत पकड़ वाले जिताऊ प्रत्याशी की तलाश थी, जो जगन्नाथ रघुवंशी के रूप में पूरी हुई क्योंकि वे अशोकनगर से भाजपा के पुराने और विश्वनीय कार्यकर्ता, पदाधिकारी और विधायक रहे हैं. साथ ही वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष भी हैं. ऐसे में जनता और कार्यकर्ता दोनों से ही सीधा जुड़ाव है और राजनीति में करीब 55 वर्ष का अनुभव भी है, जो उनके नाम पर मुहर लगाने के लिए काफी रहा होगा.
जगन्नाथ रघुवंशी पर बीजेपी के भरोसे की वजह:पूर्व विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी या कहें जगन्नाथ सिंह यादव संगठन के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं. रघुवंशी ने अपनी राजनीति की शुरुआत छात्र जीवन से ही कर दी थी. वे पहली बार विधायक अशोकनगर विधानसभा सीट से 2003 में बने, लेकिन, उन्होंने संगठन की कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभाला है. जगन्नाथ रघुवंशी 11 सालों तक भाजयुमो के प्रांताध्यक्ष रह चुके हैं. इसके अलावा मंडी चुनाव में मंडी सदस्य बने. भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति में भी वे 12 वर्षों तक सदस्य थे. इसके साथ ही राष्ट्रीय परिषद में भी शामिल रहे. वहीं विधायक बनने और अपने कार्यकाल के बाद उन्होंने अगला चुनाव 2022 में हुए पंचायत चुनाव में लड़ा और अशोकनगर से जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गये. ऐसे में उनके राजनीतिक अनुभव और जनता के बीच छवि को देखते हुए बीजेपी ने इस बार चंदेरी फतह करने के लिए मैदान में उतार दिया है.