अशोकनगर। आदिवासी बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शहर के शासकीय नेहरू डिग्री कॉलेज परिसर में उड़ान कार्यक्रम के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग ने पतंग उड़ाओ प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया. आयोजन में लगभग 300 आदिवासी बच्चों को शामिल किया गया.
आदिवासी बच्चों के लिए किया गया पतंग उड़ाओ प्रतियोगिता का आयोजन बच्चों ने उठाया स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फकार्यक्रम के शुभारंभ में विधायक जजपाल सिंह जज्जी ने कहा कि बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाना ही उड़ान कार्यक्रम की सार्थकता है. हमारा प्रमुख लक्ष्य बच्चों के जीवन को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाना है. इस कारण मुख्यधारा से आदिवासी बच्चों को जोड़ने के लिए लगभग 300 आदिवासी बच्चे शामिल किए गए हैं. इन आदिवासी बच्चों ने कलेक्टर मंजू शर्मा, विधायक जजपाल सिंह सहित अन्य अधिकारियों के साथ पतंग उड़ाई. बच्चों के परेड का आयोजन भी किया गया. बच्चों ने मकर संक्रांति के अवसर पर स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाया.
कलेक्टर ने की कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यक्रम की अध्यक्षता कलेक्टर डॉ मंजू शर्मा ने की. कलेक्टर ने कहा कि हौसलों के पंखों से बेटियां ऊंची उड़ान भर रही हैं. बेटियों को हर क्षेत्र में आगे बढ़कर अपना नाम रोशन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले साल मकर संक्रांति के अवसर पर देश की संस्कृति की परंपरा को कायम रखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से आदिवासी बच्चों के साथ उड़ान कार्यक्रम की शुरुआत जिले से की गई थी. कलेक्टर मंजू वर्मा ने कहा कि इस कार्यक्रम को भारत सरकार ने काफी सराहा था, साथ ही
''बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ'' के वार्षिक कैलेंडर में उड़ान कार्यक्रम को जोड़ा गया था, यह हमारे लिए बड़े गौरव की बात है.बता दें कि पतंग महोत्सव कार्यक्रम में महाकाल ग्रुप राजस्थान ने पारंपरिक वेशभूषा में राजस्थानी लोक नृत्य की आकर्षक प्रस्तुतियां दीं. इस दौरान निजी स्कूल के बच्चों ने भी एरोबिक्स डांस की प्रस्तुति दी.