अशोकनगर।हजारों की संख्या में निकाली जाने वाली मातोश्री कावड़ यात्रा महज 25 लोगों में ही सिमट कर रह गई. कोरोना संक्रमण के चलते शासन की मंशा के अनुसार यह यात्रा निकाली गई. जहां हजारेश्वर मंदिर पर कार्यकर्ताओं द्वारा त्रिवेणी नदी का जलाभिषेक कर यात्रा का समापन किया गया.
श्रावण मास के चलते सोमवार को मातोश्री समिति द्वारा कावड़ यात्रा निकाली गई. यात्रा के दौरान तूमैन स्थित त्रिवेणी नदी से कांवड़ में जल भरकर शिवभक्त हजारेश्वर मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने भगवान भोलेनाथ को त्रिवेणी नदी का जल चढ़ाकर अभिषेक किया. इस दौरान मातोश्री कावड़ यात्रा के संयोजक बबलू यादव, पूर्व आरएसएस प्रचारक चेतन भार्गव सहित समिति के सदस्य उपस्थित रहे.
बता दें कि कोरोना वायरस की सुरक्षा के लिए समिति के सदस्यों ने विशेष ध्यान रखा, लगभग 10 किलोमीटर पैदल यात्रा करते वक्त नदी का जल भर हजारेश्वर मंदिर पहुंचे. जहां उन्होंने भगवान भोलेनाथ का जल से अभिषेक किया. समिति संयोजक बबलू यादव ने बताया कि यह यात्रा लगभग 10 वर्षों से निकाली जा रही है, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते केवल 50 के लगभग ही यात्रा में सदस्य उपस्थित रहे हैं.
इसी के साथ भगवान शिव का जलाभिषेक कर विश्व से कोरोना संक्रमण को खत्म करने की प्रार्थना भी की गई. इसके अलावा किसानों की फसलों में अच्छी बारिश के लिए भी भगवान से मन्नत मांगी गई है, क्योंकि कहा जाता है कि हजारेश्वर मंदिर में सच्चे मन से जो भी मनोकामना मांगी जाती है वह पूरी होती है.
आरएसएस की पूर्व प्रचारक चेतन भार्गव ने बताया कि हर वर्ष भगवान महादेव का जलाभिषेक किया जाता है, लेकिन संक्रमण के चलते इस बार सदस्यों की संख्या कम रही. लेकिन कावड़ यात्रा छोटी-छोटी टुकड़ों में हर जगह निकाली जा रही है. जिससे धर्म और संस्कृति बनी रहे.