अशोकनगर। किसानों की फसलों का सही दाम मिल सके. इसके लिए सरकार ने समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू की है. लेकिन खरीदी केंद्रों में काम कर रहे हम्मालों को एक माह से काम का भुगतान नहीं किया गया है. जिसके चलते उन्होंने उपज की तौल करने से मना कर दिया है. जिससे दूर-दूर से अपनी उपज बेचने आए किसान नाराज हो गए और उन्होंने जमकर हंगामा किया. जिसकी जानकारी लगते ही नायब तहसीलदार आशीष जैन मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने किसानों को समझाइश दी. वहीं समिति संचालक को किसी तरह से किसानों की फसलों की तौल शुरू कराने के निर्देश दिए.
शहर से एक किलोमीटर दूर रिजोदा खरीदी केंद्र पर गेहूं की खरीदी चल रही है. ऐसे में किसानों के पास आए मैसेज के आधार पर किसान खरीदी केंद्र पर अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर पहुंचे. जहां सुबह से इंतजार करने के बाद दोपहर 1 बजे तक जब उनकी फसलों की तौल नहीं हुई. जिससे परेशान होकर किसानों ने जमकर हंगामा किया. किसानों का कहना है कि शासन ने हम्मालों का भुगतान नहीं किया है. जिसके चलते उपज की तौल नहीं कर रहे. लेकिन इसमें किसानों की कोई गलती नहीं है. किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए चार-पांच दिन तक खरीदी केंद्रों पर पड़े रहना पड़ता है. वहीं यहां ना तो पानी की कोई व्यवस्था है और ना ही खाने की. ऐसे में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
भुगतान नहीं होने से हम्मालों ने बंद की तौल, किसानों ने किया हंगामा - ashoknagar news
अशोकनगर जिले के रिजोदा खरीदी केंद्रों में काम कर रहे हम्मालों को एक माह से भुगतान नहीं किया गया है. जिसके चलते उन्होंने उपज की तौल करने से मना कर दिया है. जिससे परेशान होकर किसानो ने जमकर हंगामा किया.
मामले की जानकारी लगने के बाद किसान संघ के पदाधिकारी भी खरीदी केंद्र पर पहुंच गए. जहां हरमीत सिंह संधू ने बताया की तहसीलदार मौके पर आए हैं तो इन्हें तौल शुरू करना चाहिए. यदि किसी भी तरह की परेशानी आती है तो किसान संघ उग्र आंदोलन करने को मजबूर होगा. खरीदी केंद्र पर व्यवस्था देख रहे संजीव सेन ने बताया कि लगभग 80 हम्माल हमारे केंद्र पर काम कर रहे हैं. जिनको हमारे द्वारा कर्ज लेकर डेढ़ लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है. लेकिन हम्मालों का शासन से कोई भी पेमेंट नहीं हुआ है. ऐसी स्थिति में शासन से हम्मालों का भुगतान करने की मांग की है.