मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

केंद्र सरकार के अध्यादेश के विरोध में किसानों का हल्लाबोल, किया विरोध प्रदर्शन - Farmer's organizations fiercely protested

अशोनगर में केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए जारी किए गए अध्यादेश का किसान संगठनों ने जमकर विरोध किया. जहां प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद उन्होंने शक्ति प्रदर्शन खत्म किया गया है. बाईपास रोड पर प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुंचकर किसानों की मांग को केंद्र सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया.

Farmers demonstrated power
किसानों ने किया शक्ति प्रदर्शन

By

Published : Sep 1, 2020, 5:55 PM IST

अशोकनगर। केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए जारी किए गए अध्यादेश का किसान संगठनों ने जमकर विरोध किया. विरोध प्रदर्शन के दौरान किसान ट्रैक्टर लेकर बायपास रोड पर पहुंचे. जहां प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद उन्होंने शक्ति प्रदर्शन खत्म किया. युवा किसान संघर्ष संगठन ने केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए अध्यादेश का विरोध जताया है. किसानों के हितों को नजरअंदाज करते हुए तीन कृषि अध्यादेश केंद्र सरकार ने जारी किए हैं. जिनके विरोध में किसानों द्वारा जिला मुख्यालय की सड़कों पर शक्ति प्रदर्शन किया गया. हालांकि बाईपास रोड पर प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुंचकर किसानों की मांग को केंद्र सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसानों ने विरोध प्रदर्शन का समापन किया.

किसानों ने कलेक्टर के नाम 12 सूत्रीय मांगों के लेकर ज्ञापन भी सौंपा है. जिसमें रवि, खरीफ की फसलों की खरीदी के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य कानून बनाने की मांग की गई है. इसके अलावा बिजली ट्रांसफर सब्सिडी योजना दोबारा से शुरू करने की मांग की गई है. वहीं किसानों की फसलों में हुए नुकसान का सर्वे कराकर उचित मुआवजा प्रशासन द्वारा देने की बात कही गई है. डीजल की कीमत पर भी नियंत्रण करने की भी मांग किसान संगठनों द्वारा की गई. वर्ष 2019-20 में किसानों को हुए नुकसान की बीमा राशि का शीघ्र भुगतान कराने की बात भी ज्ञापन में दर्ज की गई है.

बाईपास रोड गरिमा पेट्रोल पंप के पास पहले से ही एसडीएम तहसीलदार एवं पुलिस बल मौजूद था. रैली को विराम देने के बाद किसान संगठनों ने कलेक्टर को आवेदन सौंपने की बात कही, लेकिन मौके पर एसडीएम तहसीलदार को देखकर किसान आक्रोशित हो गए. कई घंटों की समझाइश के बाद एसडीएम की बात किसान संगठनों ने मानी एवं उनकी मांगों को राज्य शासन एवं केंद्र शासन को भेजने का आश्वासन दिया. जिसके बाद किसान संगठन के कार्यकर्ताओं ने अपने ट्रैक्टरों के साथ गांव की ओर रवाना हुए.

ABOUT THE AUTHOR

...view details