अशोकनगर। जिला अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग रखी. वहीं, परिजनों के हंगामे के बाद डॉक्टर और नर्सों ने काम करने से मना कर दिया. मामले की जानकारी मिलने के बाद विधायक जजपाल सिंह जज्जी जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर के साथ मीटिंग कर उनको समझाइश दी, ताकि मरीजों को उपचार मिल सके.
परिजनों ने की अस्पताल में तोड़फोड़
अस्पताल प्रबंधन का कहना है की मरीज के परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ भी की है. मरीज के द्वारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की जा रही थी. प्रबंधन द्वारा जब शव को एम्बुलेंस में रखा गया, तो परिजन हंगामा करने लगे. इस दौरान पुलिस और परिजनों में जमकर कहासुनी भी हुई.
'परिजनों का डॉक्टरों के साथ ऐसा व्यवहार निंदनीय है'
डॉक्टर अजय गहलोत का कहना है कि लगातार हम मरीजों की सेवा कर रहे हैं. परिजनों का डॉक्टरों के साथ ऐसा व्यवहार निंदनीय है. परिजनों द्वारा डॉक्टर के साथ हाथापाई की जाती है. ऐसे में प्रशासन भी डॉक्टरों की कोई मदद नहीं करती है. इसके कारण हम लोगों में डर का माहौल बना रहता है. जब तक हमें सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई जाएगी तब तक हम काम नहीं करेंगे.
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मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हिमांशु शर्मा ने बताया कि लगातार डॉक्टर और स्टाफ नर्स मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं. जो डॉक्टर लगातार मरीजों की सेवा कर रहे हैं अगर उनके साथ ऐसा बर्ताव किया जाएगा, तो काम करना कैसे संभव होगा. फिलहाल डॉक्टरों को समझाइश के बाद काम पर लौटने को कहा गया है.