अशोकनगर। अशोकनगर सुरक्षित विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी द्वारा दलित महिला आशा दोहरे को अपना प्रत्याशी बनाया गया है, पार्टी से इस्तीफा दे चुके वरिष्ठ आदिवासी नेता रमेश इटोरिया ने आशा को फर्जी आदिवासी बताते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है.
आशा दोहरे को प्रत्याशी बनाने पर कांग्रेस में कलह दरअसल, अशोकनगर विधानसभा आरक्षित वर्ग के लिए घोषित है. ऐसे में 12 वर्षों से लगातार कांग्रेस में सक्रिय भूमिका निभाने वाले रमेश इटोरिया भी उम्मीदवार की लाइन में खड़े थे, लेकिन कांग्रेस ने यहां से आशा दोहरे को अपना उम्मीदवार बनाया है. टिकट ना मिलने से नाराज इटोरिया ने कांग्रेस उम्मीदवार आशा दोहरे को फर्जी बताते हुए कांग्रेस पार्टी से अपना इस्तीफा दे दिया है.
इटोरिया का कहना है कि, दोनों ही राजनीतिक पार्टियां एससी वर्ग का शोषण कर रही हैं और दोनों ही पार्टियों ने फर्जी आदिवासियों को अशोकनगर से उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने कहा कि, कांग्रेस पार्टी द्वारा उम्मीदवार बनाई गई आशा दोहरे दलित वर्ग से आती हैं. इटोरिया का आरोप है कि, वे दलित वर्ग से हैं, लेकिन उन्होंने सामान्य वर्ग से शादी की है. इसलिए समाज में उनकी कोई पूछ-परख नहीं है और ना ही उनका कोई जनाधार है. इसलिए दलित समाज में उनके विरुद्ध काफी आक्रोश है. इसी लिए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
इटोरिया के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस उम्मीदवार आशा दोहरे ने बताया कि, 'मैं दलित समाज से आती हूं और मैं दलित की बेटी हूं. क्योंकि वो मुझसे बड़े हैं और मैं उनका सम्मान करती हूं, इसलिए मैं कोई ऐसी बात नहीं करती. लेकिन मैं इतना जरूर कहती हूं कि, यदि मैं फर्जी हूं, तो वे इसका प्रमाण जनता को दें'.