अशोकनगर। समय पर वेतन और नियमितीकरण ना होने पर सरकार से नाराज अतिथि शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट के बाहर बैठकर धरना दिया. इस दौरान अतिथि शिक्षकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने मांगें पूरी नहीं होने पर उपचुनावों में बीजेपी सरकार का विरोध करने की चेतावनी भी दी है.
अपनी कई मांगों को लेकर अतिथि शिक्षकों ने दिया धरना, उपचुनाव बहिष्कार की सरकार को दी चेतावनी
अशोकनगर में वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर अतिथि शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट के बाहर बैठकर धरना दिया. साथ ही मांगें पूरी ना होने पर उपचुनावों में बीजेपी सरकार का बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी है.
अतिथि शिक्षकों का कहना है की कोरोना महामारी के समय में भी हमारे द्वारा लगातार स्कूल में बच्चों को पढ़ाने का कार्य किया गया, लेकिन आज जब हमें अपना जीवन यापन करने के लिए वेतन की आवश्यकता पड़ी, तो शिक्षा विभाग के वरिष्ठ पदों पर बैठे अधिकारियों ने बजट ना होने का हवाला दे रहे हैं. ऐसे में हमारे पास कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है. अब हमारे सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है.
शिक्षकों का कहना है कि लगभग 9 माह से हम लोगों को वेतन भी नहीं मिला. कई बार ज्ञापन के माध्यम से जिले के बड़े अधिकारियों से संपर्क किया गया, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका. लंबे समय से नियमितीकरण की मांग को लेकर अतिथि शिक्षक द्वारा आंदोलन किए जा रहे हैं. लेकिन मांग स्वीकार नहीं की जा रही है. अतिथि शिक्षक संघ के कार्यकारी सदस्य शिवप्रताप नरवरिया ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो उपचुनाव के पहले यदि हमारी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो हम 27 उपचुनाव सीटों पर जाकर गांव-गांव टेंट लगाकर मध्य प्रदेश सरकार के विरोध में अपनी बात रखेंगे. जिसका खामियाजा स्वयं सरकार को भुगतना होगा.