अशोकनगर। विधानसभा उपचुनाव में अशोकनगर विधानसभा क्रमांक 32 से कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे ने जिला निर्वाचन अधिकारी से आमरण अनशन पर बैठने की मांग की मांग को लेकर पत्र दिया है. निर्वाचन की प्रक्रिया पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए अशोकनगर से कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे ने प्रशासन पर भाजपा के पक्ष में कार्य करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे ने कहा कि लगातार बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ की जा रही शिकायतों को अधिकारी अनदेका कर रहे हैं, जिससे उनके निष्पक्ष चुनाव लड़ने के अधिकार का हनन हो रहा है.
कांग्रेस प्रत्याशी ने मांगी अनशन पर बैठने की इजाजत कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे ने ने कहा कि 17 अक्टूबर को भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी के द्वारा पंचायत सचिवों की बैठक वेदांत भवन में बुलाई गई थी. इस संबंध में भी साक्ष्य प्रस्तुत कर शिकायत की गई है, लेकिन सामान्य सी धारा 188 लगाकर प्रकरण पंजीबद्ध किया और कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई. वहीं 17 अक्टूबर को भाजपा प्रत्याशी के नामांकन को लेकर आपत्ति दायर की गई थी. उस पर भी बिना कोई जांच-पड़ताल के आपत्ति को खारिज कर दिया गया. इसके अलावा 18 अक्टूबर को भाजपा प्रत्याशी ने कस्तूरी गार्डन में मतदाताओं को भोजन कराकर मतदान को प्रभावित करने का कार्य किया गया. इस मामले में भी प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है.
कांग्रेस प्रत्याशी का आधिकारियों पर आरोप
कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे का सीधा सीधा आरोप है कि जिला निर्वाचन अधिकारी अभय वर्मा और रिटर्निंग ऑफिसर रवि मालवीय भाजपा प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी को चुनाव में लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कार्य कर रहे है. इन दोनों अधिकारियों के रहते अशोकनगर विधानसभा में निष्पक्ष मतदान नहीं हो सकता. कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे ने जिला निर्वाचन अधिकारी से मांग की है कि चुनाव का निष्पक्ष और स्वतंत्र संचालन यह सुनिश्चित करें.
चुनाव प्रचार की भर्जी अनुमति का आरोप
कांग्रेस प्रवक्ता शहरयार खान ने बताया कि कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे ने अशोक नगर विधानसभा में स्वतंत्र और निष्पक्षता के संवैधानिक अधिकार की मांग को लेकर अनशन पर बैठने की अनुमति मांगी है. अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि विगत 14 अक्टूबर को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की सभा से पहले अशोक नगर में अवैध होर्डिंग नगर पालिका की फर्जी अनुमति के साथ सरकारी प्रचार हेतु लगाए गए, साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरीय नेताओं के होर्डिंग अभी भी लगे हुए है. जिन में अधिकारियों की सांठगांठ से फर्जी अनुमति लगी है.
भू-अभिलेख अधिकारी पर आरोप
कांग्रेस ने 19 अक्टूबर को प्रशासनिक रवैया और रिटर्निंग ऑफिसर रवि मालवीय की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े करते हुए सामूहिक रूप से ज्ञापन सौंपकर उन्हें हटाने की मांग की गई थी. लेकिन अब तक इस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया. कांग्रेस प्रवक्ता शहरयार खान ने कहा कि 20 अक्टूबर को जिला भू-अभिलेख अधिकारी द्वारा एक पत्र जारी कर तहसीलदार के माध्यम से समस्त पटवारियों को 3 दिन के अंदर मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के लाभ देने को निर्देशित किया गया था, जो कि आर्थिक लाभ द्वारा मतदाताओं को लुभाने का तरीका है. जबकि आचार संहिता प्रभावसील है.