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अशोक नगर: जूस में मिलाई जा रही ये बर्फ कहीं बिगाड़ ना दे आपकी सेहत

यदि आपके खाद्द पदार्थ में नीले बर्फ डाली जा रही है तो इसकी शिकायत फूड सेफ्टी ऑफिसर को करें, क्योंकि नीली बर्फ का प्रयोग सिर्फ पदार्थों को ठंडा करने में किया जा सकता है, इसको तरल पेयजल में मिलाकर देना प्रतिबंधित है. शहर भर में गन्ने के ठेले पर जूस को ठंडा करने के लिए जूस में नीली बर्फ मिलाई जा रही है.

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Published : Apr 19, 2019, 7:32 AM IST

नीला बर्फ

अशोक नगर। अगर आप दुकानों और सड़क के किनारे लगे गन्ने के जूस के ठेलों पर जूस पीना पसंद करते है तो सावधान हो जाए, क्योंकि हो सकता है कि जूस को ठंडा करने के लिए उसमें नीले बर्फ का प्रयोग किया जा रहा हो, जो स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती है.

ये बर्फ आपकी सेहत बिगाड़ सकती है

यदि आपके खाद्द पदार्थ में नीले बर्फ डाली जा रही है तो इसकी शिकायत फूड सेफ्टी ऑफिसर को करें, क्योंकि नीली बर्फ का प्रयोग सिर्फ पदार्थों को ठंडा करने में किया जा सकता है, इसको तरल पेयजल में मिलाकर देना प्रतिबंधित है. शहर भर में गन्ने के ठेले पर जूस को ठंडा करने के लिए जूस में नीली बर्फ मिलाई जा रही है.

फूड सेफ्टी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ऐसे दुकानदार और जूस विक्रेताओं को समझाइश दी जा चुकी है. यदि वे फिर भी नीली बर्फ खाद्य सामग्री में मिला रहे है तो उन पर कार्रवाई की जाएगी. जानकारी के अनुसार स्वास्थ को हानि पहुंचाने वाली बर्फ का रंग नीला और खाने वाली बर्फ का रंग सफेद होता है. इसके लिए संचालकों को फूड सेफ्टी ऑफिसर से लाइसेंस इशू करवाना पड़ता है.

नीला बर्फ
बर्फ फैक्ट्री के द्वारा अखाद्य बर्फ का निर्माण ऐसे पानी से किया जाता है जो पीने योग्य नहीं होता. जिसका उपयोग जल्दी खराब होने वाले खाद्य पदार्थों की परिवहन के लिए किया जाता है. इससे आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स, पानी की बोतल आदि को ठंडा करने के दुकानदार प्रयोग कर सकते हैं. लेकिन इस बर्फ का मनुष्य के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है.

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