अशोकनगर। प्रदेश में आगामी उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दल किसानों के मुद्दे को अपना हथियार बना रहे हैं. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दल किसानों की कर्जमाफी को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि किसानों का वोट बैंक हासिल कर सकें. कांग्रेस ने ऐलान किया है कि किसान कर्ज माफी को अपने 15 माह में शासन की बड़ी उपलब्धि के रूप में जनता के समक्ष रखेगी तो वहीं बीजेपी ने कांग्रेस को विश्वासघाती बताया है.
आगामी उपचुनाव के लिए बैठक आयोजित कर पैन ड्राइव के माध्यम से 26 लाख किसानों के नाम जारी किए हैं, जिन्हें कर्ज माफी का फायदा मिला है. एक ओर किसान कर्ज माफी को लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमला बोल रही है. बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के 15 दिन में ही किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, लेकिन 15 महीने के दौरान ये पूरा नहीं हो सका. कांग्रेस का मानना है कि बीजेपी के आरोपों की सच्चाई पैन ड्राइव के माध्यम से सामने आ जाएगी. कांग्रेस ने इस पैन ड्राइव को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की रणनीति भी तैयार की है.