अशोकनगर। एक सूत्रीय मांग को लेकर भारतीय किसान संघ ने विद्युत महाप्रबंधक कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. इस दौरान उन्होंने कंपनी के महाप्रबंधक राजेश सक्सेना सहित तहसीलदार गजेंद्र लोधी जी को भी अपने साथ (बंधक)बनाकर बिठा लिया है. देर शाम तक किसानों का प्रदर्शन जारी रहा था. (Ashoknagar power crisis) (Farmers sitting on dharna)
Ashoknagar Power Crisis धरने पर बैठे किसान, महाप्रबंधक को भी बंधक बनाया
मध्यप्रदेश के ग्रामीण इलाकों में खाद की तरह बिजली संकट भी दूर नहीं हो पा रहा है. इस समय खेतों में पानी देने का समय चल रहा है. इसको लेकर किसान परेशान है. परेशान होकर किसानों ने अशाेकनगर में धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है. किसानों ने इस दौरान समझाने आए बिजली कंपनी के महाप्रबंधक राजेश सक्सेना और तहसीलदार को भी बंधक बना लिया है. किसानों का कहना जब तक समाधान नहीं होता हम नहीं हटेंगे और आपको भी यहां से नहीं जाने देंगे. (Ashoknagar power crisis) (Farmers sitting on dharna)
तहसीलदार को भी बंधक बनायाः वर्तमान समय में खेतों में किसानों के द्वारा सिंचाई की जा रही है. ऐसे में विद्युत कंपनी द्वारा किसानों को 10 घंटे रात को एवं 10 घंटे दिन में बिजली नहीं दी जा रही है. जिसका विरोध दर्ज कराते हुए भारतीय किसान संघ द्वारा 22 नवंबर को भोपाल में विशाल धरना प्रदर्शन किया गया था. प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को रात को 6 घंटे एवं दिन में 4 घंटे बिजली देने का आश्वासन दिया था. लेकिन इसके बाद भी जब जिले के किसानों को रात के अलावा दिन में बिजली नहीं मिली तो उन्होंने विद्युत महाप्रबंधक कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. महाप्रबंधक और किसानों में सामंजस्य बिठाने के लिए जब तहसीलदार गजेंद्र लोधी मौके पर पहुंचे तो किसानों ने उन्हें भी धरना स्थल पर बिठा लिया. (Tehsildar was also taken hostage)
शिवराज झूंठ बोल रहे हैं या फिर महाप्रबंधक भ्रष्टाचारी हैंः किसान केवल एक ही जिद पर अड़े हुए हैं उनका कहना है कि तो प्रदेश के मुखिया झूठ बोल रहे हैं या फिर महाप्रबंधक भ्रष्टाचारी है? संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि महाप्रबंधक द्वारा बताया जा रहा है कि हमें रात को 6 घंटे और दिन में 4 घंटे बिजली देने का कोई आदेश नहीं मिला है. अपनी जिद पर अड़े किसानों की मांग है कि हमें रात के अलावा दिन में भी बिजली मिलना शुरू हो जाएगी तब ही यहां से हटेंगे, या फिर हमें जेल भेज दिया जाए. देर रात तक चर्चा के दौरान अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है. तहसीलदार को लेकर उनका कहना है कि अगर हम यहां से नहीं जाएंगे तो आपको भी यहां से नहीं जाने देंगे. अभी किसानों का प्रदर्शन जारी है. (General manager also taken hostage) (Shivraj is lying or general manager is corrupt)