अनूपपुर। जिला अभियोजन अधिकारी रामनरेश गिरि के अनुसार पीड़ता अपने मौसेरे भाई के साथ 10 जून 2019 को अनूपपुर में पूरक परीक्षा देने आयी थी. शाम पांच बजे परीक्षा देने के बाद अनूपपुर बस स्टैंड पर दोनो गांव जाने के लिये बस न होने के दोनों अमरकंटक तिराहा अनूपपुर में पहुंचे. रात्रि करीब साढे़ 10 बजे दोनों बस का इंतजार कर रहे थे. उसी समय एक स्कूटी सवार 29 साल के सतीष उर्फ बउरा आया और पूछा कि तुम लोग कहां जाओगे.
झांसा देकर साथ ले गया आरोपी :पीड़िता के मौसेरे भाई ने बस के इंतजार की बात कही. इस पर वह बोला कि यहां खड़े मत रहो यहां बस नहीं रुकेगी. मेरे साथ चलो. मैं स्कूटी से बस स्टैंड छोड़ देता हूं. वहीं से बस मिलेगी. इसके बाद दोनों दोनों उसकी स्कूटी पर रेलवे अंडरब्रिज के नजदीक बने छोटे से मंदिर के पास पहुंचे. वहां रपटा से पैदल रेलवे किनारे झाड़ी की तरफ वह ले जाने लगा. तब पीड़िता के मौसेरे भाई ने कहा कि इधर कहां ले जा रहे हो तब आरोपित सतीश ने कहा कि तुम लोग जो कुछ रखे हो चुपचाप निकाल कर दे दो, नहीं तो तुम दोनों को यहीं जान से निपटा दूंगा.