अनूपपुर। अनूपपुर जिला आदिवासी अंचल क्षेत्र है, लेकिन आदिवासी समाज आज भी समस्याओं से ग्रसित है. चुनाव आते ही नेता बड़े-बड़े वादे करते हैं और चुनाव जीतने के बाद दोबारा उस क्षेत्र में कदम नहीं रखते. एक बार फिर पूरे जिले में चुनावी माहौल देखने को मिल रहा है. इसी पर ग्रामीण भी अपनी समस्याओं को लेकर नेताओं को अपने वादे याद दिला रहे हैं. ऐसा ही एक मामला अनूपपुर के कोतमा विधानसभा के अंतर्गत ग्राम-चन्द्रौठी में देखने को मिला. पो.कोठी के आदिवासी समाज ने बिजली सुधारने की मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. (Anuppur Villagers Boycott Election)
अनूपपुर के ग्रामीणों ने किया चुनाव का बहिष्कार यह है मामल: कोतमा विधानसभा के ग्राम पंचायत उमरदा में लगभग 3 किलोमीटर के अंतर्गत 11 केवी तार जंगलों में जगह-जगह से टूट कर जमीन पर लटक रहा है. इसकी वजह से ग्रामीणों को लाइट की असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. मेंटेनेंस नहीं होने की वजह से बिजली तार की चपेट में आने से कई मवेशी की भी मौत हो गई है. (Boycott Election in Anuppur)
बिजली विभाग की खुली पोल:जिस तरह से 11 केवी तार खंबे से टूट कर लटक रहे हैं और लाइनमैन का क्षेत्र में नहीं आना इससे बिजली विभाग पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि विद्युत विभाग के कर्मचारी जब से लाइट लगा है तब से कभी इधर नहीं आते हैं, और बिजली के बिल हर महीने समय से आ जाता है. हम लोग बिल का भुगतान हर महीने करते हैं, लेकिन विभाग के द्वारा मेंटेनेंस नहीं किया जाता. इसके लिए हम कई बार बिजली ऑफिस कोतमा में आवेदन भी दे देकर थक चुके हैं.
Anuppur Election Boycott : अनूपपुर के एक गांव में चुनाव का बहिष्कार, ग्रामीणों ने आजादी के 75 साल बाद भी बिजली नहीं पहुंचने पर उठाया ये कदम
कलेक्टर और विधायक से ग्रामीणों ने लगाई गुहार:11 केवी तार के मेंटेनेंस को लेकर ग्रामीणों ने पत्राचार के माध्यम से अनूपपुर कलेक्टर और कांग्रेस कोतमा विधायक से गुहार लगाई है. साथ ही ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए ये भी स्पष्ट किया है कि अगर मामले का जल्द से जल्द निराकरण नहीं किया जाएगा तो आगामी 8 जुलाई को होने वालों ग्राम पंचायत चुनाव का सभी ग्रामीण मिलकर बहिष्कार करेंगे.