अलीराजपुर। आदिवासी बहुल जिले में यू तो प्राकृतिक संसाधनों की कोई कमी नहीं है, जिनसे गांव वालों की जिंदगी चलती है, लेकिन रोजगार के अभाव में भूमिहीन और दिहाड़ी मजदूरों के सामने रोजी- रोटी की समस्या खड़ी हो गई है.
आदिवासी समाज के लोगों ने बनाया खाद्यान बैंक, गांव-गांव जाकर जरूरतमंदों को बांट रहे राशन - Tribal society is maintaining food bank
अलीराजपुर जिले में आदिवासी समाज के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मिलकर खाद्यान बैंक बनाया है, सभी लोग अपनी तरफ से आटा, चावल, नमक, प्याज, मीठा तेल आदि खाद्यान बैंक में जमा करते हैं, फिर इस राशन का जरूरतमदों में वितरण किया जाता है.
शासन-प्रशासन के साथ कई सामाजिक संगठन भी जरूरतमंदों की मदद कर राशन, अनाज उपलब्ध करवा रहे हैं. आदिवासी समाज के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मिलकर खाद्यान बैंक बनाया है, सभी लोग अपनी तरफ से आटा, चावल, नमक, प्याज, मीठा तेल आदि खाद्यान बैंक में जमा करते है, फिर इस राशन का जरूरतमदों में वितरण किया जाता है. जिले भर के चुनिंदा भूमिहीन, गरीब, दिहाड़ी मजदूर, ऐसे लोग जिनके परिवार में खाने को कुछ नहीं बचा है, के घर-घर जाकर खाद्य सामग्री वितरित की जा रही है.
आदिवासी समाज के द्वारा ग्राम चीखोड़ा, आम्बी, अठावा, छोटी वेगल गांव में एक टीम बनाकर जरूरतमंदों को राशन सामग्री का वितरण किया. जिले के कार्यकर्ताओं द्वारा बताया गया कि, प्रमुख कार्यकर्ताओं से सहयोग एकत्रित करके आगे भी इस मुहिम को जारी रखा जाएग. आदिवासी समाज के सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जरूरतमंदों की मदद करने का संकल्प लिया है. इसके लिए इन्होंने अपनी इस मुहिम में अधिक से अधिक लोगों को जुड़ने और सहयोग करने की अपील की है.