अलीराजपुर।नवरात्रि का पर्व 9 दिनों तक मनाया जाता है. नवरात्रि में हर दिन शक्तिदात्री के अलग-अलग अवतारों की पूजा की जाती है. अलीराजपुर से 5 किलोमीटर की दूरी पर मां चामुंडा माता शक्ति पीठ है, 'कर्ज की देवी' नाम से प्रसिद्ध इस मंदिर में दूर- दूर से लोग माता के दर्शन करने आते हैं, यहां उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
कर्ज की देवी मंदिर का इतिहास
माना जाता है कि कई साल पहले परेशान भक्त अपनी परेशानी लेकर मां के पास आते थे, जहां मां उन्हें हीरे-जेवरात, सोने-चांदी उधार देती थीं. इस कारण मां चामुंडा को 'कर्ज की देवी' कहा जाता है, लेकिन किसी भक्त ने उधार लिए हुए पैसे मां को वापस नहीं लौटाया. तब से मां ने उधार देना बंद कर दिया और अब मां भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं. मंदिर में आज भी वो गल्लानुमा छेद मौजूद है, जहां से मां भक्तों को कर्ज देती थीं.
गल्लानुमा छेद का रहस्य
कई साल पहले मां अपने भक्तों को परेशानी के वक्त उधार देती थीं, जिसके लिए श्रद्धालु अपनी परेशानी को एक कागज की पर्ची लिखकर मंदिर में मौजूद गल्लानुमा छेद में डालते थे, जिसके बाद मां भक्तों को उधार में पैसे या सोने-चांदी, जेवरात देती थीं. ये गल्लानुमा छेद आज भी मंदिर में मौजूद है. अब भी श्रद्धालु गल्लानुमा छेदमें अपनी मनोकामना पर्ची पर लिखकर डालते हैं और मां उनकी हर मनोकामना पूरा करती हैं.
दूर-दूर से आते हैं श्रद्धालु