अलीराजपुर। श्री लक्ष्मी नरसिंह मंदिर में 26 जून शुक्रवार को प्रतिवर्ष की परंपरा अनुसार निकाले जाने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा का कार्यक्रम मंदिर परिसर में ही होगा. कोविड-19 कोरोना वायरस के चलते पुलिस और प्रशासन के द्वारा जगन्नाथ रथ यात्रा निकालने की अनुमति नहीं मिलने के बाद मंदिर भक्त मंडल की ओर से गुरुवार को मंदिर प्रांगण में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक की अध्यक्षता श्री लक्ष्मी नरसिंह मंदिर के स्वामी वेंकटेशाचार्य महाराज ने की.
मंदिर भक्त मंडल के सदस्य राधेश्याम माहेश्वरी ने बताया कि पुलिस प्रशासन से जगन्नाथ रथ यात्रा आयोजन के लिए अनुमति मांगी गई थी, लेकिन अनुमति नहीं मिली है. रथयात्रा का आयोजन अब सभी की सहमति से मंदिर परिसर के अंदर ही किया जाना उचित होगा. बैठक में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष किशोर शाह ने जानकारी दी कि उन्होंने एसपी विपुल श्रीवास्तव से अनुमति के लिए चर्चा की थी लेकिन उन्होंने कहा, प्रदेश पुलिस मुख्यालय से इस प्रकार के आयोजन के लिए अभी अनुमति नहीं देने के निर्देश हैं, इस वजह से अनुमति नहीं दी जा सकती है.
मंदिर में विराजित भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र सभी सदस्यों के विचार जानने व चर्चा के बाद स्वामी जी ने इस यात्रा को सीमित रूप देकर पुलिस पुलिस प्रशासन का सहयोग करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा, कोरोना वायरस जैसी विश्वव्यापी महामारी में हम पुलिस प्रशासन व सरकार के साथ हैं और उनके निर्देश का पालन करना हमारा कर्तव्य है इसलिए, जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन मंदिर परिसर में ही किया जाएगा.
इस तरह आयोजित होगा कार्यक्रम
वर्तमान में कोविड 19 के संक्रमण के कारण रथयात्रा को 26 जून शुक्रवार को शाम 5 से 7 तक श्री नरसिंह मंदिर परिसर में ही भ्रमण कराया जाएगा. कार्यक्रम में सुबह 9 से 11 श्री नरसिंह भगवान का महाभिषेक होगा. दिन में 11 से 12 बजे के बीच महाआरती गौष्ठी प्रसाद वितरण किया जाएगा. रथयात्रा के बाद कोरोना संकट और आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे देश के लिए प्रार्थना की जाएगी साथ ही धर्म सभा का आयोजन किया जाएगा. दिन भर चलने वाले कार्यक्रम के दौरान मंदिर परिसर में सिर्फ 15 श्रद्धालुओं को हो प्रवेश दिया जाएगा. भक्त मंडल ने जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव आयोजन को सफल बनाने में सभी श्रद्धालुओं से सहयोग करने और अत्यधिक भीड़ के रूप में मंदिर में शामिल नहीं होने की अपील की है.