अलीराजपुर। जिले में मजदूरी और रोजगार की तलाश में पलायन पर रहने वाले ग्राम साकडी निवासी गुंजारिया सस्तिया इन दिनों घर पर रहकर तरबूज की खेती कर रहे हैं. उद्यानिकी विभाग से मिली ड्रीप और मल्चींग विधि से वो प्रतिदिन तरबूज की खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें प्रतिदिन 3 से साढे़ 3 हजार रूपए की आय प्राप्त हो रही है. लॉकडाउन के बीच अपने खेत के पास ही दुकान लगाकर 20 रूपए प्रति किलो के दाम पर तरबूज की उपज बेचकर अच्छी खासी आय प्राप्त कर रहे हैं.
जिला मुख्यालय से करीब 35 किमी दूर ग्राम पुजारा फलिया निवासी गुंजारिया ने करीब पौन एकड़ भूमि पर तरबूज की खेती मल्चींग और ड्रीप पद्धति से की है, करीब 20 हजार रूपये की लागत से बीज, खाद, दवाओं, मल्चींग हेतु खर्च किया गया और अब तक गुंजारिया करीब 35 क्विंटल तरबूज का विक्रय कर चुके हैं.
वहीं उपज निकलने पर पहले उन्होंने थोक के दाम पर तरबूज बेचा जो 10 से 12 रूपये तक ही बिका, फिर उन्होंने खेत के पास ही दुकान लगाकर 20 रूपये प्रति किलों के दाम पर तरबूज बेचना शुरू किया. गुजारिया बताते हैं की करीब 80 हजार रूपये से अधिक का तरबूज बिका.