आलीराजपुर। बारिश के मौसम में कट्ठीवाड़ा का प्राकृतिक सौंदर्य देखते ही बन रहा है, जहां पहाड़ों से झरने फूट पड़े हैं. चारों ओर हरियाली छा गई है. ऐसे में पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. आदिवासी अंचल का कट्ठीवाड़ा घने जंगल और झरनों के लिए प्रसिद्ध है. यहां की हरियाली मन मोह लेती है. यहां मोर, रीछ, लोमड़ी, बंदर सहित अन्य वन्यजीव घूमते हुए दिख जाते हैं, वहीं बारिश के समय प्रदेश के अलावा गुजरात राज्य से भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं.
ईको टूरिज्म का बड़ा केंद्र बन सकता है अंचल
प्रदेश के कट्ठीवाड़ा पर्यटन विभाग में ईको टूरिज्म की संभावना को तलाशा जा रहा है. इसके लिए निजी संस्था के साथ रिजोर्ट सहित अन्य सुविधाओं को लेकर करार किया जाना है. अगर ऐसा होता है तो यहां पर्यटकों की संख्या में खासा इजाफा देखने को मिलेगा.