आगर। कुंडालिया बांध के डूब प्रभावित गांवों के लोग फसल का मुआवजा पाने के लिए पिछले कई दिनों से सरकारी ऑफिसों के चक्कर काट रहे हैं. कई किसानों की फसल डूब क्षेत्र में आती है, इसके बाद भी उनकी फसल को डूब क्षेत्र में नहीं जोड़ी गई. बारिश के समय में इन लोगों की फसलें जलमग्न होकर सड़ जाती हैं. इसी बात की शिकायत लेकर दर्जनों ग्रामीण कलेक्टर कार्यालय ज्ञापन देने पहुंचे.
कलेक्टर कार्यालय पहुंचे कुंडालिया बांध के डूब प्रभावित, बर्बाद फसल का मांगा मुआवजा
कुंडालिया बांध के डूब प्रभावित गांव के लोग फसल नुकसान का मुआवजा मांगने कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी परेशानी बताई और जल्द ही मुआवजा देने की मांग की. पढ़िए पूरी खबर...
ग्रामीणों ने अपने ज्ञापन में बताया कि बांध बनने के दौरान सर्वे टीम ने उनके गांव के बाहर की कृषि भूमि को डूब क्षेत्र से बाहर बताया था, लेकिन इस बार बांध का बैकवाटर कृषि भूमि तक आ गया. पिछली बार भी बारिश के समय पानी खेतों तक आ गया था. उस समय भी प्रशासन को इस समस्या से अवगत कराया था, लेकिन समस्या नही सुनी गई. गांव के समीप ही कालीसिंध नदी निकली है और इसी नदी पर बांध बना हुआ है, ऐसे में गत दिनों हुई बारिश के चलते पानी खेतों में घुस गया और सोयाबीन की फसल पूरी तरह चौपट हो गई. ग्रामीणों ने मांग की है फसल का सर्वे करवाकर उचित मुआवजा दिया जाए.