आगर । कंठाल नदी इन दिनों पूरी तरह से प्रदूषित हो चुकी है. स्थिति ये बन गई है कि इसके पास से गुजरने वाले लोग उस रास्ते से परहेज कर रहे हैं. नदी में जल सहेजने के लिए निगम ने गहरीकरण की योजना बनाई थी लेकिन नदी को साफ रखने की दिशा में आज तक कोई काम नहीं हुआ. स्थिति ये है कि आज कंठाल नदी पूरी तरह से प्रदूषित हो चुकी है.
प्रशासन की अनदेखी का शिकार कंठान नदी, प्रदूषण की वजह से अस्तित्व पर खतरा - city council, suhsner
प्रशासन की अनदेखी के चलते आज कंठाल नदी सूखने के कगार पर है. नगर परिषद ने नदी में जल सहेजने के लिए गहरीकरण की योजना बनाई थी लेकिन नदी को स्वच्छ रखने की दिशा में आज तक कोई काम नहीं हुआ है.
नदी में मिल रहा नालों का पानी
स्थिति ये बन गई है कि सालों से इस नदी में नालों का पानी मिल रहा है. शहर के मेला ग्राउंड इलाके में नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर, ओंकारेश्वर महादेव मंदिर, जयेश्वर महादेव मंदिर, कोलेश्वर महादेव मंदिर, शीतला माता मंदिर, कालेश्वर भगवान का मंदिर और कई अन्य धार्मिक स्थल हैं, जिनके दर्शन के लिए हर दिन सैकड़ों श्रद्धालु यहां आते है.
नदी किनारे लगा कचरे का अंबार
कंठाल नदी को प्रदूषित करने में परिषद् के ही सफाई कर्मचारी लगे है. कर्मचारी हर रोज अपने-अपने इलाके में सफाई करते हैं और बस्ती का सारा कचरा इकट्ठा कर नदी किनारे डाल देते हैं. जिससे नदी और प्रदूषित हो रही है.