आगर-मालवा।कोरोना संक्रमण काल ने देशभर में जहां सभी सामाजिक कामों पर रोक लगा दी है, वहीं कुछ लोग इस संकट की घड़ी में भी एतिहात बरतते हुए खुशी की तलाश कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया आगर मालवा जिले के सुसनेर से, जहां सादगी से शादी की रस्में पूरी की गई. नर्स दुल्हन और शिक्षक दूल्हे ने एहतियात बरतते हुए मास्क पहनकर अग्नि के समक्ष सात फेरे लिए. शादी की बारात में दूल्हे के साथ मात्र 5 लोग ही दुल्हन के घर पहुंचे और केवल 15 लोगगों की मौजूदगी में शादी हो गई.
लॉकडाउन में शिक्षक ने थामा नर्स का हाथ, सोशल डिस्टेसिंग के साथ पूरी की रस्में
नर्स दुल्हन और शिक्षक दूल्हे ने एहतियात बरतते हुए मास्क पहनकर अग्नि के समक्ष सात फेरे लिए. बारात में दूल्हे के साथ मात्र 5 लोग ही दुल्हन के घर पहुंचे और केवल 15 लो गों की मौजूदगी में शादी हो गई.
दुल्हन के घर में आयोजित इस शादी कार्यक्रम में सारी की सारी रस्में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ निभाई गई. सुसनेर के वार्ड क्रमांक 10 में नगर परिषद की सामने वाली कॉलोनी में इस सादगीपूर्ण शादी का आयोजन की लोगों ने सराहना की जहां पर महज दूल्हा और दुल्हन के दो परिवार के 15 सदस्यों के बीच ही यह शादी सम्पन्न कराई गई.
लंबे समय तक मुहूर्त न होने के कारण दूल्हा-दुल्हन और उनके परिजनों ने लॉकडाउन के दौरान बिना बैंड बाजे और घोड़े के यह शादी सादगी पूर्वक मनाने का निर्णय लिया और सुसनेर की दुल्हन विनीता बैरागी ने नलखेडा के कपिल बैरागी से सादगी के साथ पवित्र बंधन में बंधकर वैवाहिक जीवन की शुरूआत की. शादी की रस्में पूरी कराने वाले पंडित सहित सभी ने मास्क सहित हाथों को बार-बार सेनिटाइज करने का ध्यान रखा.