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MP Human Rights Commission : राज्य मनवाधिकार आयोग ने कलेक्टर आगर मालवा से पूछा - मृत बच्चों के परिजनों को मुआबजा कब दोगे

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Published : Jul 15, 2022, 7:06 PM IST

Updated : Jul 15, 2022, 8:04 PM IST

राज्य मनवाधिकार आयोग ने आगर मालवा कलेक्टर को पत्र जारी कर आकाशीय बिजली गिरने से मृत बच्चों के परिजनों को मुआवजे के बारे में जानकारी मागी है. (State Human Rights Commission asked) (Notice to Collector Agar Malwa) (When will you give compensation)

State Human Rights Commission asked
आयोग ने कलेक्टर आगर मालवा से पूछा

भोपाल।मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग प्रदेश में हो रही घटनाओं को ले कर काफी सजग है. लगातार हो रही घटनाओ पर सज्ञान लेकर संबंधित अधिकारियों से जानकारी भी आयोग ले रहा है. साथ ही निर्धारित समय सीमा में उनसे मामलो में विस्तृत जांच रिपोर्ट की भी मांग रहा है.

जिले के सोयतकलां में हुआ था हादसा :आगर-मालवा जिले के ग्राम छोटी सोयतकलां में बीते मंगलवार को एक बड़ा हादसा हो गया था. स्कूल परिसर में आकाशीय बिजली गिरने से पेड़ के पास खड़े सात बच्चे बुरी तरह इसकी चपेट में आ गये.एक बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो ने अस्पताल जाते समय दम तोड़ दिया. मृतकों में दो भाई हैं. चार गंभीरों को झालावाड़ (राजस्थान) रेफर किया गया है. कलेक्टर ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये देने को कहा था.

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मुआवजा दिया या नहीं :इस दर्दनाक हादसे में चंदन (12 वर्ष), कुंदन (15 वर्ष) और भोला (16 वर्ष) की मौत हो गई। चंदन और कुंदन सगे भाई हैं. इधर, रामबाबू (10 वर्ष), अंतर सिंह (12 वर्ष), विशालचन्द्र और कृष्णपाल (14 वर्ष) का इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि यह सरकारी स्कूल 2008 में शुरू हुआ था, जिसमें तड़ित चालक नहीं है. इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन ने कलेक्टर आगर-मालवा से एक माह में जवाब मांगकर पूछा है कि मृत बच्चों के परिजनों को मुआवजा दिया भी है या नहीं .

जेल में बंद कैदियों की मौत पर जवाब तलब: इसके साथ ही मानव अधिकार आयोग ने दो अलग-अलग मामलों में भी जवाब तलब किया है. इसमें एक मामला शहडोल से जुड़ा हुआ है जिसमें एक विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी. वहीं एक अन्य मामला उज्जैन से जुड़ा है. इस केस में एक कैदी की जेल में मृत्यु हो गई थी. दोनों ही मामलों में आयोग ने जेल अधीक्षक और एसपी को पत्र लिखकर जवाब मांगा है. आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन ने मानव अधिकार हनन से जुड़े दो मामलों में संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है. दोनो ही मामले कैदियों की मृत्यु से जुड़े हैं.

जिला जेल शहडोल में एक विचाराधीन कैदी की बीते बुधवार को जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. मृतक का नाम कोमल यादव निवासी ग्राम हरदी था. वह हत्या के मामले में न्यायिक अभिरक्षा में था. कुछ दिनों से बीमार चल रहा था जिसकी बुधवार को इलाज के दौरान मौत हो गई. इस मामले में कोतवाली पुलिस ने अपराध कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है. मामले की न्यायिक जांच भी भी शुरु है.

वही दूसरे मामले में उज्जैन केन्द्रीय जेल में निरूद्ध बन्दी की मृत्यु हो जाने पर एसपी और जेल अधीक्षक से जवाब मांगा गया है. पूछा गया है कि उज्जैन में कैदी की मौत के लिए कौन जिम्मेदार है ? मध्य प्रदेश के उज्जैन की केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ में दण्डित बन्दी छीतरलाल (45 वर्ष) निवासी किशनपुरा मक्सी रोड उज्जैन की बीते 13 जुलाई को मृत्यु हो गई थी. (State Human Rights Commission asked) (Notice to Collector Agar Malwa) (When will you give compensation)

Last Updated : Jul 15, 2022, 8:04 PM IST

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