आगर मालवा।जिले के सुसनेर विधानसभा के गांव मगीशपुर में 4 लोगों का मजदूर परिवार लॉकडाउन में मजदूरी बंद होने के कारण परेशान है. गांव का मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिम्मेदारों के द्वारा चन्दरसिंह के परिवार के सदस्यों के मतदाता परिचय पत्र तो बनवा दिये गए लेकिन शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिये बीपीएल राशन कार्ड नहीं बनवाया. अब ऐसे में लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री की गरीब कल्याण योजना के तहत राशन दुकानों से मिलने वाला चावल भी इस गरीब मजदूर के परिवार को नहीं मिल पाया है.
वहीं मजदूर चन्दरसिंह का कहना है की लॉकडाउन में मजदूरी भी बंद होने के कारण परिवार के भरण पोषण की समस्या खड़ी हो गई है. चुनाव में वोट डालने के लिए मेरा और मेरे परिवार के वोटर कार्ड तो बनाये गए लेकिन राशन कार्ड नहीं बनाया इसलिए मुझे किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. मैं राशन दुकान पर चावल लेने पहुंचा तो मना कर दिया गया, जबकि सरकार लॉक डाउन में जरूरतमंद गरीबों को भी राशन दे रही है, लेकिन मुझे तो 4 सालों से राशन ही नहीं मिला है.