आगर मालवा। जिला अस्पताल की बदहाल स्थिति सुधरने की बजाय दिन-प्रतिदिन बिगड़ती हुई नजर आ रही है। शनिवार को सिस्टम की लापरवाही तब सामने आई जब एक गर्भवती महिला की जान पर बन आई। भीमपुरा निवासी देवी सिंह अपनी गर्भवती पुत्री रेखा बाई को सांस लेने में परेशानी के कारण शनिवार सुबह जिला अस्पताल लेकर आये थे. रेखा बाई 8 महीने की गर्भवती भी है. शनिवार सुबह सांस लेने में परेशानी के कारण गर्भवती महिला को कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया. महिला की स्थिति गंभीर होने पर जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने महिला को इंदौर रेफर करने को कहा.
लापरवाह सिस्टम जनता पर भारी : गर्भवती महिला को नहीं मिली जननी एंबुलेंस
भीमपुरा निवासी देवी सिंह अपनी गर्भवती पुत्री रेखा बाई को सांस लेने में परेशानी के कारण शनिवार सुबह जिला अस्पताल लेकर आये थे. महिला की स्थिति गंभीर होने पर जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने महिला को इंदौर रेफर करने को कहा. लेकिन एंबुलेंस दो घंटे तक नहीं आई.
गर्भवती महिला को नहीं मिली जननी एंबुलेंस
कोरोना वार्ड में मौत! परिजनों ने खाली ऑक्सीजन लगाने का लगाया आरोप
परिजनों ने इंदौर ले जाने के लिए जननी एम्बुलेंस को फोन किया और गर्भवती रेखा बाई को वार्ड के बाहर लेकर आ गए। आपातकाल की इस स्थिति में परिजनों ने वार्ड के बाहर करीब 2 घण्टे तक एम्बुलेंस का इंतजार किया लेकिन एम्बुलेंस नहीं आई. ऐसी परिस्थिति में परिजन थक-हारकर निजी वाहन से रेखा बाई को इंदौर लेकर गए।