आगर मालवा। जिले में अच्छी बारिश की कामना के लिए माली समाज ने वर्षों से चली आ रही परंपरा का निर्वहन किया, जिसमें समाज जन पैदल ही घूमकर पूरे शहर के मंदिरों में पहुंचे और अच्छी बारिश की मनोकामना की. साथ ही भगवान की पूजा-अर्चना की. माली समाज की ये परंपरा पिछले 100 वर्षों से चली आ रही है. मंदिरों में जाने वाले इस जत्थे में केवल पुरुष ही भाग लेते हैं, जबकि बच्चे मंदिरों के शिखर पर लगाए जाने वाले ध्वज अपने हाथ में लहराते हुए भी निकलते हैं.
अच्छी बारिश के लिए माली समाज ने मंदिरों में की प्रार्थना, 100 सालों से चली आ रही ये परंपरा
आगर मालवा में अच्छी बारिश के लिए माली समाज के लोगों ने मंदिरों में पहुंचकर पूजा-अर्चना की, ये परंपरा बीते 100 सालों से शहर में चली आ रही है.
हर साल की तरह इस साल भी माली समाज के लोग वसूली पटेल के निर्देशन में शहर के देव स्थानों पर पहुंचे. इस दौरान समाज जन खेड़ा देव, तुलजा भवानी मंदिर, केवड़ा स्वामी मंदिर, चिंतामन गणेश मंदिर, मालीपुरा स्थित राम मंदिर सहित दर्जनों मंदिरों पर अच्छी बारिश की कामना के साथ पूजा-अर्चना की गई. कई मंदिरों पर यज्ञ भी किए गए. वहीं मंदिरों पर पूजा के बाद केवड़ा स्वामी मंदिर पर प्रसादी का आयोजन भी किया गया, जहां बड़ी संख्या में शहरवासी पहुंचे. इस दौरान समाज जनों ने कोरोना जैसी महामारी की समाप्ति को लेकर भी मन्नत मांगी.
इस बार मानसून ने समय पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है. कन्हैयालाल माली ने बताया कि अच्छी बारिश की कामना के लिए हम शहर के सभी मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं. हमारी ये परंपरा पिछले 100 सालों से चली आ रही है. हमारी कामना रहती है कि हर साल अच्छी बारिश हो.