आगर/मालवा। बीती रात राजस्थान की सीमा से सटे जिले के कुछ गांवों में जमकर ओलावृष्टि हुई. इस ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. गुरुवार को कुछ गांवों के दर्जनों किसान रात में गिरे ओले और खराब फसल लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर नुकसान की भरपाई के लिए शासन से सहयोग दिलाने की मांग की.
आगर-मालवा: ओलावृष्टि से बर्बाद हुई किसानों की फसल, कलेक्टर से लगाई मुआवजे की गुहार - आगर
बीती रात राजस्थान की सीमा से सटे जिले के कुछ गांवों में जमकर ओलावृष्टि हुई. इस ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. गुरुवार को कुछ गांवों के दर्जनों किसान रात में गिरे ओले और खराब फसल लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे.
बता दें कि बीती रात जिले के ग्राम करनालिया, खेरिया, गड़ी, फरसपुरा सहित करीब एक दर्जन गांवों में जमकर ओलावृष्टि हुई. ग्रामीणों के अनुसार करीब एक से दो किलो तक के ओले आसमान से बरसे। इस ओलावृष्टि के चलते किसानों की गेंहू, चने की अधिकांश फसल पूरी तरह नष्ट हो गई वहीं कई जगह संतरे के पौधे भी गिर गए ऐसे में उनमें लगे फल भी नष्ट हो गए, इतना ही नहीं ओले के चलते कुछ गांवों में कच्चे कवेलू के मकान भी गिर गए हैं, ऐसे में वहां के रहवासियों ने भागकर अपनी जान बचाई.
इस ओलावृष्टि का शिकार बीती रात जिले के प्रभारी मंत्री भी हो गए थे वे ग्राम कछालिया में पंचायत भवन का उद्घाटन करने पहुंचे थे वहां से निकलने के दौरान राजस्थान सीमा में स्थित ग्राम छायन में बारिश के साथ ओलावृष्टि होने लगी इस दौरान प्रभारी मंत्री के साथ ही अन्य लोग वाहन से उतरकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचे.