आगर मालवा।कोरोना संक्रमण के चलते कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जिस पर सरकार खूब लापरवाही बरत रही हैं. इसका जीता-जागता उदाहरण जिले में देखने को मिल रहा है. यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या में जमकर हेराफेरी की गई हैं. जिला मुख्यालय से जारी कोरोना बुलेटिन में मृतकों के आंकड़ों की तुलना में राज्य स्तर से जारी कोरोना बुलेटिन में मृतकों के आंकड़े आधे कर दिए गए हैं.
आगर में 68 की हुई मौत
जिले में अब तक 68 मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी हैं, जबकि प्रदेश स्तर से जारी बुलेटिन में यह आंकड़ा 32 बताया गया हैं. ऐसे में जाहिर है कि किस प्रकार से मृतकों की संख्या में हेराफेरी की जा रही हैं.
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एनएसयूआई ने कोतवाली थाने में दिया आवेदन
कोरोना मृतकों के आंकड़ों के साथ की गई इस हेराफेरी को लेकर एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव अंकुश भटनागर ने कोतवाली थाने में शिकायती आवेदन दिया हैं, जिसमें आंकड़ों के साथ हेराफेरी करने को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी और इंदर सिंह परमार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की हैं.
अंकुश भटनागर ने बताया कि जिले में 300 से अधिक शवों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत हुआ हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन में 68 मरीजों की मृत्यु कोरोना से होना बताया गया हैं, जबकि राज्य स्तर से जारी बुलेटिन में यह आंकड़ा 32 बताया गया हैं. सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए इस प्रकार के कृत्य कर रही है.