आगर-मालवा। यूं तो विश्व कल्याण और विश्व शांति के लिए दुनिया भर के लोग अपने-अपने तरीके से काम करते हैं, लेकिन आगर जिले के आमला गांव में रहने वाले महंत राधे पुरी की तपस्या कई मायनों में अनोखी है. वे पिछले पिछले आठ सालों से अपने दाएं हाथ को उपर उठाकर विश्व कल्याण और विश्व शांति के लिए तप कर रहे हैं.
अनोखी तपस्या के आठ सालः एक हाथ ऊपर रख विश्व कल्याण के लिए तप कर रहे महंत राधे पुरी - आमला गांव
आगर जिले के आमला गांव के मंहत राधेपुरी पिछले आठ सालों से अपने दाएं हाथ को उपर उठाकर तपस्या कर रहे हैं. उनका कहना है कि उनकी यह तपस्या विश्वशांति और जनकल्याण के लिए है. इससे पहले भी 10 साल तक खड़े होकर तपस्या कर चुके हैं.
महंत 2011 से अपने दायें हाथ को इसी तरह उपर उठाए हुए हैं. हर समय हाथ ऊपर रहने के चलते उनकी अंगुलियों के नाखून बढ़कर लटकने लगे हैं, बावजूद इसके उनके तपस्या में कोई कमी नहीं आई और अपने हाथ को ऊपर उठाए हुए ही सारे काम करते है. भक्तों से बात करने के लिए बैठने पर भी वे कपड़े से अपना हाथ लटकाकर बांध लेते हैं.
महंत बताते हैं कि उनकी ये तपस्या विश्व कल्याण और विश्व शांति के लिए है. जो पिछले आठ सालों से इसी तरह चल रही है. महंत ने इससे पहले भी 10 सालों तक खड़े रहकर तपस्या की थी. विश्व कल्याण और विश्व शांति के लिए तप कर रहे हैं. लोग दूर-दराज से महंत के दर्शन भी करने आते हैं.