आगर मालवा। सुसनेर में समर्थन मूल्य पर अपनी उपज बेचने सरकारी क्रय केद्रोंं पर पहुंचे किसानों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल 30- 30 किसानों को एक साथ मैसेज भेजकर क्रय केद्र पर बुला लिया गया, लेकिन व्यवस्ताएं उस तरके से नहीं की गईं. जिसकी वजह से क्रय केंद्रों पर किसानों की कतार लग गई. गर्मी के मौसम में किसान भूखे प्यासे अपनी बारी का इंतजार करने को मजबूर हैं. आधे किसानों को टोकन देकर दूसरे दिन आने को कहा गया.
सोमवार को अपनी उपज बेचने आए ग्राम बोरखेडी कांवल, छापरिया, लोधाखेडी, सेमली सहित कई अन्य गांवों के किसानों ने बताया कि, वे सुबह से अपनी उपज बेचने के लिए आए हैं, लेकिन शाम तक उनकी उपज खरीदी नहीं गई. जब उन्होंने खरीदी करने वाली संस्था से सम्पर्क किया, तो कहा गया कि किसानों की संख्या ज्यादा होने से अगले दिन उपज खरीदी जाएगी. ऐसे में किसान भूखे-प्यासे ही खरीदी केन्द्रों के बाहर अपनी उपज बेचने के लिए परेशान होते रहे.
एक केंद्र पर भेजे 30 किसानों को मैसेज, क्षमता 15 की
शासन की और से सुसनेर के 5 खरीदी केन्द्रों के लिए प्रत्येक केन्द्र पर उपज बेचने के लिए सोमवार को 30-30 किसानों को मैसेज किए गए. जबकि इन पांचों ही खरीदी केन्द्रों पर व्यवस्थाएं इतनी नहीं हैं. उपज तौलने और उसे ट्रकों में भरने के लिए हम्मालों की कमी है. साथ ही अन्य व्यस्थाएं भी नहीं हैं. एक खरीदी केन्द्र पर एक दिन में सिर्फ 15 किसानों की उपज तौलने की क्षमता है.